कमजोर लोगों का जीवन बदल देगा यह कहानी | Buddhist Story On Mindset | Gautam Buddha

 

कमजोर लोगों का जीवन बदल देगा यह कहानी | Buddhist Story On Mindset | Gautam Buddha 



भगवान बुद्ध की प्रेरणादायक कहानी  / Best Life Changing Lessons. 


दोस्तों किसी को कामयाबी बहुत जल्दी मिल जाति है और किसी को कामयाबी मिलने में बहुत ही समय लगता है और किसी को मिलती भी नहीं हम सब बहुत मेहनत करते हैं लेकिन कभी-कभी हमारे मेहनत के हिसाब से हमें उसका फल प्राप्त नहीं हो पता हैं।

 और आपने देखा होगा की कुछ लोग थोड़ा ही परिश्रम किया और वे लोग बहुत आगे निकाल गए आप कहते भी होंगे अरेवा तो पढ़ने में मेरे से धीम था लेकिन फिर भी हमसे आगे निकाल गया आप जो सोच रहे हैं वो चीज आपके हिसाब से नहीं हो रही है और बार-बार असफलता का मुंह ही देखना पद रहा है और अंत में खुद को आप लाचारी का रहे हैं खुद को कमजोर का रहे हैं कई बार होता है की हम सब इतने असफल हो जाते हैं

 की फिर हमारा मां टूट जाता है हम खुद को बहुत ही कमजोर और हर हुआ महसूस करने ग जाते हैं और बहुत निराशा भी होती है और निराशा क्यों ना हो दुखी क्यों ना हो हम क्योंकि हमने तो बहुत परेशान किया था जितना हमसे होना चाहिए था उतना किया था लेकिन मुझे उसे परिश्रम के हिसाब से उसका फल नहीं मिल पाया और एक बार फिर सफलता का मुंह देखना पड़ा दोस्तों।

 अगर यह साड़ी सिचुएशन यह साड़ी समस्याएं आपके भी जीवन में घटित हो रही हैं या ना भी घटित हो रही हैं तो भी आप इस वीडियो को छोड़कर कहानी ना जाएगा क्योंकि कुछ ऐसी बातें आपको पता चलेगी जो की शायद आप इससे पहले कहानी सुन हो जो बातें मैं आपको बताने वाला हूं वह साड़ी बातें आपको इन सभी मुश्किलों से बाहर निकाल लेंगे।

 जैसे आज के समय में स्कूल है वैसे ही पुराने समय में आश्रम हुआ करते थे उसे समय के लोग अपनी शिक्षा ग्रहण करने के लिए आश्रम में जय करते थे उसे समय हर्ष अपने गुरु का बहुत ही सम्मान करता था प्राचीन समय में किताबी ज्ञान से ज्यादा लोगों को व्यवहारिक ज्ञान सिखाया जाता था।

भगवान बुद्ध की प्रेरणादायक कहानी 


 प्राचीन समय में एक आश्रम था जिसमें विभिन्न प्रकार के विद्यार्थी गुरु से शिक्षा ग्रहण करते थे आश्रम से सभी बच्चे शिक्षक ग्रहण करने के बाद अपने अपने राज्य को वापस लोट जाते थे उन्हें शिष्यों में राजवीर नाम का एक शिष्य था वह भी अपने गुरु से शिक्षा ग्रहण करने के बाद अपने राज्य वापस लौट  आता है।

 वापस आने के बाद सभी लोग अपने राज्य में अपने अपने केमोन में वापस ग जाते हैं धीरे-धीरे समय बीता गया राजवीर और बड़ा होने लगा उसके परिवार की दशा पहले से ही अच्छी नहीं थी राजवीर के घर वालों ने भी यही सोचा था।

 की राजवीर आश्रम से जब शिक्षा ग्रहण करने के बाद आएगा तो वह बहुत ही कामयाब बनकर आएगा अच्छे से अपनी परिवार का पालनपुर पोषण करेगा लेकिन राजवीर के साथ यह साड़ी बातें उल्टी हो रही थी वह आश्रम से शिक्षा ग्रहण करके तो आया था लेकिन जब वह कम की तलाश में दूर-दूर जाता तो उसे कोई कम नहीं मिलता था।

 छोटी-छोटी चीजों में वह असफल हो जय करता था राजवीर एक बार एक राजा के यहां गया हुआ था क्योंकि राजा अपनी सी में नए सैनिकों को भारती कर रहा था राजवीर भी राजा की सी में भारती होने के लिए राजा के महल पहुंच जाता है राजवीर जब राजा के अधिकारियों के समझ प्रस्तुत होता है।

 अपनी योग्यता को साबित करने के लिए तो उसके हाथ पर कापणे लगता हैं यह देख राजा के अधिकारी उसे बाहर कर देते हैं उससे देखते हैं की तुम राजा की सी में भारती होने लायक नहीं होगी दोस्तों इस बात से राजवीर बहुत ही निरसा और हताश हो जाता है क्योंकि ?

 उसके जीवन में अगर कोई उम्मीद भी बच्ची हुई थी तो यही एक थी इसके बाद अपने घर दुखी मां से वापस लोट आता है घर वापस आने के बाद उसे पड़ोसियों के तानी सुनने को मिलते हैं लोग कहते हैं की राजवीर तो बहुत पढ़ा लिखा है पर इसे कोई कम नहीं मिल रहा है कोई कहता है की यह तो आश्रम में ठीक से पढ़ा ही नहीं होगा।

 और कुछ लोग तो यहां तक की खाने लगता हैं किसकी सोने समझना की शक्ति ही कम है इसलिए इसका दिमाग सही तरीके से कम नहीं कर का रहा है मतलब लोग उसे तरह-तरह के तानी मारते थे इस बात से राजवीर बहुत ही ज्यादा परेशान हो गया था एक दिन उसके मां में आत्महत्या करने का विचार भी आने लगा फिर जैसे तैसे उसने खुद को संभाल उसने अपनी समस्या एक दोस्त से बताई दोस्त ने कहा राजवीर तुम एक बार फिर आश्रम में अपने गुरु जी से मिलने जो और तुम उन्हें अपनी साड़ी समस्या बताओ वह तुम्हारी साड़ी समस्याओं का निराकरण कर देंगे।

Motivational kahani in hindi 


 राजवीर तो पहले ही चला है की आश्रम गए हुए बहुत हो गए पता नहीं गुरुजी मुझे पहचान पाएंगे की नहीं लेकिन जैसे-तैसे वह हिम्मत जताकर आश्रम चला जाता है वहीं पर उसे वही पुराने गुरु मिलते हैं जिन्होंने राजवीर को बचपन में पढाया था।

 गुरु अब बूढ़े हो चले थे राजवीर उन्हें अपनी साड़ी समस्या बताता है गुरु बिल्कुल शांतिपूर्वक उसकी बटन को सुनते हैं राजवीर कहता है की एक गुरुवार मैं कहानी भी जाता हूं तो मैं असफल हो जाता हूं मैं किसी भी परीक्षा में पास नहीं हो पता हूं।

 मैं अपना अध्ययन भी बहुत ही अच्छे तरीके से किया था रिव्यू में असफल होता जा रहा हूं खुद को लाचारी का रहा हूं हमारे दिमाग में तमाम तरह के नकारात्मक विचार जन्म ले रहे हैं गुरु कहते हैं की राजवीर मैं तुम्हें एक कहानी के मध्य से तुम्हारी साड़ी समस्याओं को दूर कर दूंगा उसे तुम ध्यानपूर्वक सुना गुरु कहते हैं।

 की एक चरवाहा जंगल में बकरियां चरण करता था बकरी कैरेट कैरेट वह जंगल में इतना आगे निकाल गया की उसे शेर का एक छोटा बच्चा मिला उसने अभी आंखें भी नहीं कोली थी छोटा बच्चा सबको प्यार लगता है यह जानते हुए भी की यह शेर का बच्चा है कुछ शर्म है ने उसे शेर के बच्चे को उठा लिया और बहनों का दूध पिलाने लगा वह बच्चा धीरे-धीरे बढ़ाने लगा।

 बीडी के बच्चों के साथ खेलते बीडी के साथ ही घास खाता भिड़े की तरह ही बोलना अपने आप को भेड़ी समझना था अब बच्चा बड़ा हो गया था एक रोज किसी दूसरे शेर ने बीडी के झुंड पर हमला कर दिया सभी भिड़े दौड़ने लगी।

 शेर के उसे बच्चे ने भी डरते कांपते भिड़े की तरह पेड़ों की झुंड की तरफ भागने लगा वह बड़ा हो गया था लेकिन फिर भी बीडी के साथ ही भाग जा रहा था दौड़ते हुए शेर के बच्चे को जो की अब बड़ा हो गया था उसे हमलावर शेर ने देख लिया उसे इस तरह भागते हुए देख हमलावर शेर को बड़ा ही आश्चर्य हुआ।

 उसने बीडी की और से अपना ध्यान हटाए और उसे शेर के बच्चे को ही पकड़ लिया और उसे समझने लगा की तू क्यों डरता है तू तो खुद शेर है दूसरा शेर जो बहनों के जून से भाग रहा था वह कहता है की शेर तो जंगल का राजा होता है उसकी धार से सभी जानवर काटते हैं मैं घास खाने वाले इतना शक्तिशाली शेर नहीं हो सकता हमलावर शेर ने उसे पड़कर एक केन के सांस ले गया केन के अंदर उसे उसका चेहरा दिखाकर कहता है।

 देख तेरा चेहरा मेरे जैसा ही है तेरे पंजे भी मेरे जैसे ही हैं इसलिए तू भीड़ नहीं है तू शेर है दूसरा शेर खाने लगा ठीक है मेरा चेहरा तेरे जैसा ही है मगर तू तो बहुत शक्तिशाली है मेरी आवाज है तो कोई डरता भी नहीं हमला और शेर ने कहा तेरी आवाज से भी लोग डरेंगे बस तू खुद को शेर समझ जी दिन तू खुद को शेर समझ लिया उसे दिन तेरे से सब डरेंगे बस तू खुद की अंदर की शक्ति को पहचान तुझे महसूस करना होगा की मैं भी एक शेर हूं।


Hindi Motivational Story In Hindi 

 मेरे पास भी ताकत है मैं भी जंगल का राजा बन सकता हूं जी दिन तेरी मां में यह विचार ए गया इस दिन तू किसी से नहीं डरेगा तू डर इसीलिए रहा है या यूं कहें की डर कर इसलिए भाग रहा था क्योंकि तू खुद को भेद समझ रहा था जब तक तू खुद को भेद समझेगा।

 तब तक तू भगत रहेगा क्योंकि बचपन से ही तू खुद को देर समझते हुए ए रहा था और खुद को भेद समझना ग गया था इसलिए तू डर के भाग रहा था क्योंकि बचपन से ही लोगों ने तुझे भीड़ ही समझा है किसी ने तुझे शेर कहकर पुकार ही नहीं इसलिए तू खुद को भेद समझना लगा गुरु ने कहा राजवीर तुम्हारी भी जिंदगी में यही हो रहा है।

 तुम्हारे पास साड़ी योग्यताएं हैं लेकिन तुम भी खुद को भेद ही समझ रहे हो इसका सबसे बड़ा करण यह है की कोई तुम्हें प्रोत्साहित नहीं कर रहा है की तुम भी कर शक्ति हो लोग तुम्हें बस अपनी नकारात्मक ऊर्जा ही दे रहे हैं लोग तुमसे बस यही का रहे हैं की राजवीर पढ़ा नहीं है राजवीर योग्य नहीं है इसलिए उसे कहानी पर भी कोई कम या नौकरी नहीं मिल रही है।

 तुम्हारे चने वाले पास पड़ोस वाले असफलता का डर तुम्हारे दिमाग में भर दिए हैं बचपन से ही वे लोग तुम्हें आरोग्य ही बोल रहे हैं और आयोग के ही समझ रहे हैं इससे तुम्हारी मानसिक दशा आयोग सी हो गई है तुम कैद हो गए हो तुम खुद को हर हुआ महसूस करने लगे हो क्योंकि लंबे समय तक जब किसी को आयोग के असफल बोला जाएगा।

 तो उसका दिमाग सच में आरोग्य असफल हो जाता है वह खुद को कमजोर और लाचारी समझना लगता है क्योंकि लोगों ने उसे कमजोर लाचारी ही बोला है इस दुनिया में प्रोत्साहित करने वाले लोग बहुत ही कम है राजवीर चारों तरफ लोग तुम्हें बस नकारात्मक ऊर्जा ही देंगे वह तो चाहते हैं की तुम जिंदगी में सफल ना हो तुम भीड़ ही बने रहो क्योंकि वे लोग तुम्हें भीड़ की तरह पालना चाहते हैं उन्हें भी डर है।

 की अगर तुम शेर बन गए तो तुम उन्हें का जाओगे क्योंकि शेर से सब डरते हैं अर्थात उन्हें डर है की तुम जिंदगी में आगे निकाल जाओगे अगर जिंदगी में कोई व्यक्ति आगे निकलता है तो सबसे पहले पास पड़ोसियों को ही दुख तकलीफ होती है सफल होने से पहले तुम खुद को अपने अंदर बदलाव लो खुद को शेर की तरह समझना का प्रयास करो जी दिन तुम खुद को शेर और योग्य समझना लगे।

 तुम्हें खुद पर भरोसा हो जाएगा तो तुम खुद ही सफल हो जाओगे गुरु कहते हैं की राजवीर अगर किसी बच्चे को बचपन से ही बोला जाएगा की तू कुछ नहीं कर सकता तू असफल हो जाएगा तू गधा है पढ़ाई भी सही से नहीं कर रहा है तो जिंदगी में वह कुछ नहीं कर पाएगा यह सभी बातें उसे भीड़ बना देंगे क्योंकि वह बचपन से ही खुद को भेद समझना ग जाता है यहां भीड़ से पर यह है की वह खुद को कमजोर और लाचारी समझना ग जाता है उसे लगता है।

' की वो जिंदगी में सफल ही नहीं हो सकता लोग इसे खुद कमजोर बना देते हैं लेकिन अगर उसके दिमाग में बचपन से ही बोला जाए की तू शेर है तो कर सकता है तेरे अंदर बहुत ताकत है तेरे अंदर बहुत हिम्मत है दुनिया के कोई भी ताकत तुझे सफल होने से नहीं रॉक शक्ति अगर बचपन से यह सब विचार उसके दिमाग में दाल दिया जाए।

 तो वास्तव में उसे सफल होने से कोई नहीं रॉक सकता क्योंकि उसके दिमाग में बस गए है की वह सफल हो जाएगा उसके दिमाग में यह सभी बातें बैठ जाते हैं तो फिर यह ब्रह्मांड खुद उसे सफल बनाता है बच्चा जब 7 साल का होता है तो लोग जो भी बोलते हैं उसके क्या चल रहा है ।

वह यह सब बातें बहुत ही अच्छे से सुनता है और समझना भी है गुरु कहते हैं की अगर कुछ 7 साल के बच्चे के अंदर अच्छे विचार अच्छे सोच और उसके बड़े में अच्छा बोला जाए उससे अच्छा कहा जाए की तू सब कुछ कर सकता है तेरे में बहुत हिम्मत है और सभी सकारात्मक विचार उसके दिमाग में दाल दिया जाए तो उसके दिमाग की क्षमता बढ़ाने लगती है।

 उसकी सोने समझना की शक्ति बढ़ाने लगती है और ऐसे बच्चे आगे चलकर अपने जीवन में जरूर सफल होते हैं कोई भी बच्चा कितना भी गधा क्यों ना हो हमें उसे कभी भी गधा या कमजोर नहीं बोलना चाहिए जब हम किसी बच्चे को कमजोरी या लाचारी बोलते हैं तो वह सच में खुद को कमजोर और लाचारी समझना ग जाता है वो समझना लगता है।

 की वो सच में कमजोर है उसका दिमाग खुद को कमजोर समझना लगता है उसे लगता है की वास्तव में वो कुछ नहीं कर सकता क्योंकि बचपन से उसे बोला जा रहा है की तू यह है तू यह है तो यह नहीं कर सकता तू वह नहीं कर सकता तो यह तमाम विचार उसके दिमाग में बैठ जाता है तो इस विचार से वो जिंदगी में कुछ आगे सोच नहीं पाएगा।

 वो भेद ही बन जाएगा लेकिन वहीं पर अगर उसके दिमाग में बचपन से ही अच्छे विचार डेल जैन अच्छी सोच पैदा की जाए तो आगे चलकर वह एक सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेगा जब कोई व्यक्ति सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ता है तो उसके जीवन में आने वाली साड़ी समय खुद दूर हो जाते हैं राजवीर बचपन से तुम्हारे साथ भी यही हो रहा है बचपन से लोग तुम्हारे दिमाग में यही सब नकारात्मक विचार भर दिए हैं जिससे की बड़े होकर भी तुम यही सब सोच रहे हो।

 तुम बिना डेयर हुए खुद को सकारात्मक ऊर्जाओं से पहले भरो जो तुम खुद को सकारात्मक ऊर्जाओं से भर डॉग तो फिर तुम अपने आप सफल हो जाओगे सफलता के द्वारा तुम्हारे लिए खुलना लगेंगे गुरु कहते हैं की कहानी पर जान से कुछ भी करने से पहले अपने मां को सकारात्मक ऊर्जाओं से भरो तुम्हें असफलता या नकारात्मक विचारों पर ध्यान ही नहीं देना है तुम्हें बस खुद को सकारात्मक ऊर्जाओं से भरना है।

 तो प्रतिदिन जब सुबह उठो और रात को जब सोनी जो तब महसूस करो की हम भी कर सकते हैं हम सफल नहीं होंगे हमारे अंदर भी ताकत है हमारे अंदर भी हिम्मत है खुद को सकारात्मक ऊर्जाओं से भारते रहो इसके बाद धीरे-धीरे तुम खुद को महसूस करने लगोगे की तुम्हारे लिए सफलता के द्वारा खुलना लगे हैं गुरु आगे कहते हैं की राजवीर तुम यहां कम आज से ही शुरू कर दो अगर तुम यहां कम आज से शुरू कर देते हो तो तुम्हें बहुत ही जल्द इसका प्रभाव देखने को मिलेगा।

Life changing story 

 इतना कहकर गुरु शांत हो गए राजवीर अपने गुरु को दंडवत प्रणाम करते हुए एक सकारात्मक ऊर्जा के साथ आश्रम से वापस अपने घर ए जाता है 2 महीने के अभ्यास के साथ सबसे पहले वो अपने अंदर के डर को समाप्त करता है खुद को सकारात्मक ऊर्जाओं से भरता है।

 ऐसे ही एक दिन राजा के सैनिक उसके गांव आते हैं और बोलते हैं की राजा की सी में कुछ नए सैनिकों की जरूर है इसके लिए जो राजा के सी में भारती होना चाहता है सैनिक बन्ना चाहता है वह ठीक पांच दिन बाद राजा की सी में भारती होने के लिए महालाकर अपनी योग्यता का प्रमाण देकर सी में भारती हो सकता है।

 ठीक 5 दिन बाद कड़ी मेहनत के बाद राजवीर अपनी योग्यता का प्रमाण देने के लिए राजा के राजमहल पहुंच जाता है राजा के सैनिक इस बार उसे देखते हैं तो उसमें एक अलग प्रतिभा सकारात्मक ऊर्जा दिखे रही थी वह पहले से डर नहीं रहा था इस बार राजवीर अपने सभी परीक्षा में पास हो जाता है राजा की सी में वह भारती भी हो जाता है।

 जब राजवीर के घर वालों को यह बात पता चली तो फिर सब बहुत ही खुश हो गए दोस्तों गुरु के मध्य से आज हमें ऐसी बातें पता चली जो की हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

 दोस्तों उम्मीद है इस कहानी से आपको बहुत कुछ सीखने को मिला होगा और अगर आप पहले बार है तो हमसे जुड़ने के लिए इस चैनल को सब्सक्राइब करना मत भूलिएगा मिलते हैं अगले कहानी में कुछ नए विचारों के साथ तब तक के लिए आपका बहुत-बहुत आभार. 

धन्यवाद 

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.