हमेशा खुश रहना सिखों | शरीर को स्वस्थ रखने के उपाय | Buddhist Story in Hindi

 हमेशा खुश रहना सिखों | शरीर को स्वस्थ रखने के उपाय | Buddhist Story in Hindi .


जिंदगी में हर काम में मन लगेगा बस अपना भोजन सही कर लो आज के इस कहानी में हम आपको बताएंगे आपको कैसा भोजन करना है और क्या खाना है और भोजन से पहले क्या करना है इसे समझने के बाद आपकी बुद्धि मन और शरीर बहुत तेजी से बिना थके काम कर पाएगा तो चलिए उन कहानियों की शुरुआत करते हैं। 



 पहली कहानी 

आयुर्वेद की अद्भुत शक्ति शरीर और बुद्धि और मन सब शांत और होशियार हो जाएगा जीवन का सबसे कीमती धन क्या होता है एक शिष्य ने अपने गुरु से सवाल किया गुरु ने इसका उत्तर देते हुए जवाब दिया कि चाहे मेरे पास पैसे ना हो चाहे रहने के लिए छत भी ना हो चाहे कोई सुख सुविधाएं ना हो लेकिन अगर मेरा शरीर स्वस्थ है तो मैं दुनिया का सबसे धनवान आदमी सो शिष्य ने पूछा कि गुरुदेव आपकी उम्र 100 साल को पार कर चुकी है और फिर भी आप इतने स्वस्थ हैं आपकी बुद्धि बड़ी ही तीव्र है और आपका चेहरा भी सूर्य की तरह चमकता रहता है और वहीं पर आपके बदन से भी भी चंदन सी खुशबू आती है।


 शिष्य ने कहना जारी रखा कि गुरुदेव मेरे मन में बहुत बार आया है कि मैं आपसे इसका रहस्य जानूं लेकिन संकोच वश मैं आपसे पूछ नहीं पाता हूं कृपया करके आज मुझे वह साधारण से नियम बताने की कपा करें जिनसे मैं भी आपकी तरह स्वस्थ और निरोगी रह सकूं ना नियम अगर आसान होंगे गुरुदेव तो उसका अनुसरण मेरे माता-पिता भी कर पाएंगे क्योंकि ?

वह बूढ़े हो चुके हैं और वह बहुत जटिल प्रक्रिया नहीं अपना पाएगा कृपया करके साधारण से तरीके बताना ताकि कोई भी ग्रस्त आदमी उन नियमों का पालन कर सरके गुरुदेव ने कहना आरंभ किया सबसे पहले उन्होंने बताया कि सबसे पहले तुम्हें पाचन तंत्र की क्रिया को समझना होगा जो भी आयुर्वेद का विद्वान होता है वह यह जानता है कि अगर आपका पाचन तंत्र लगातार भोजन पचाने में लगा हुआ है तो स्वाभाविक है कि ऊर्जा की एक खास मात्र आपका भोजन को बचा रही है।


 इसी कारण ज्यादा भोजन करने के बावजूद आपका दिमाग और आपका शरीर अपने ब बीन स्तर पर काम नहीं कर पाता तुमने देखा होगा कि भोजन करने के बाद जब पाचन प्रक्रिया शुरू होती है तो हर जानवर नीचे बैठ जाता है वह बस बैठ जाते हैं क्योंकि दूसरी चीजों के लिए पर्याप्त ऊर्जा नहीं बचती है चाहे वह मांसाहारी हो या शाकाहारी हो हर जानवर खाने के बाद नीचे बैठ जाता है और यह इंसानों के लिए भी एक प्राकृतिक जहर खाने के बाद वह बैठ जाना चाहते हैं क्योंकि ?

 दूसरी चीजों के लिए पर्याप्त ऊर्जा नहीं होती अगर आप अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आप अपने शरीर को ऐसा बनाकर रखिए कि आप जो भी खाएं कुछ भी खाएं तो डेढ़ से दो घंटे के अंदर आपका पेट खाली हो जाना चाहिए पेट खाली होने का मतलब है पेट की थैली खाली होना यानी कि जब भोजन आंत के दूसरे भागों में चला जाता है तब पेट खाली हो जाता है क्योंकि आंत में प्रक्रिया बिल्कुल अलग होती है वह पाचन नहीं होता है वह ऊर्जा को ग्रहण करती है।

 आंतों द्वारा इस ऊर्जा को ग्रहण करने के लिए ज्यादा ऊर्जा नहीं लगती है ऊर्जा लगती है है पाचन क्रिया में जब खाना पेट की थैली में मौजूद हो तो बेहतर है कि आप अपनी गतिविधि को कम कर लें अब अगर सोचिए सारा दिन आपके पेट में खाना मौजूद रहेगा तो आप अपने जीवन की पूरी क्षमता कम कर लेंगे आप खुद देखिए कि जब आपके पेट में खाना मौजूद होता है तब शरीर कैसा महसूस करता है।

 और जब पेट खाली होता है तब शरीर कैसा महसूस करता है आप खुद पाएंगे कि आपका शरीर और आपका दिमाग तब बेहतरीन रूप से काम करता है जब आपका पेट खाली होता है इसका एक पहलू और है देखिए हम सब जानते हैं कि हमारा शरीर हर समय नई कोशिकाएं बनाता रहता है और पुरानी कोशिकाएं खत्म करता रहता है जिससे हमारे शरीर का शुद्धिकरण होता रहता है लेकिन जब भोजन हमारे पैट में होता है।

भोजन करने के सही तरीके 

 यानी कि हमारा पैट जब खाली नहीं होता तो यह शुद्धिकरण कम हो जाता है वह सारी गंदगी जो शरीर से अपने आप बाहर निकलती थी अब वह निकलनी बंद हो जाएगी जो कुछ समय बाद आपके लिए तरह-तरह की समस्याएं पैदा करेंगी देखिए योग में पेट का हमेशा साफ रह ना बहुत ही महत्त्वपूर्ण होता है किसी भी पारंपरिक प्रणाली में अगर आप देखेंगे तो आप पाएंगे कि जब भी आप किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर या किसी वैद के पास जाते हैं।

 तो सबसे पहले वह आमे पेंट की सफाई करते हैं क्योंकि वह जानते हैं कि आपकी ज्यादातर समस्या पेट साफ ना होने की वजह से ही है सिर्फ एक दिन के लिए अपने पेट को पूरी तरह से साफ करने के बाद महसूस करें कि आपको कैसा महसूस होता है आप अपने अंदर बहुत हल्का और सुंदर महसूस करेंगे हर दिन आपको इसी तरह महसूस होना चाहिए।

 आमतौर पर पारंपरिक रूप से घी को पहले निवाले के रूप में खाया जाता है घी एक चिकनाई वाला पदार्थ है जो पूरी आहार नली को चिकनाई देता है आपको सबसे पहले इसे ही खाना चाहिए ताकि यह भोजन पाचन को आसान बना दें जब आप बहुत मसालेदार भोजन खाते हैं तो उसे खाने से पहले आपके भोजन पर घी की परत चढ़ाना बहुत अच्छा होता है घी का महत्व यह है कि यह आहार नली को साफ रखता है तो जो व्यक्ति घी का उचित तरीके से सेवन करता है उसका पेट हमेशा साफ रहेगा क्योंकि वहां कुछ नहीं चिपकता वहां कुछ भी लंबे समय तक ठहर ही नहीं सकता पेट का कैंसर आंत का कैंसर आजकल यह बहुत ज्यादा हो रहा है तो अगर आप एक निश्चित मात्रा में घी का सेवन करते हैं तो यह घटना बहुत कम हो जाती है लेकिन उसके लिए घी सही गुणवत्ता का होना चाहिए।


 सही तरीके से गाय या भैंस के दूध से बनाया जाए अगर घी को उचित तरीके से गाय या भैंस के दूध से बनाया जाए तो इसके कई महत्त्वपूर्ण फायदे होता है शिष्य ने सवाल पूछा कि गुरुदेव पाचन क्रिया तुम्हें कुछ-कुछ समझ गया हूं लेकिन आप यह बताइए कि आपकी तरह सूर्य जैसा तेज पाने के लिए चमकता हुआ चेहरा प्राप्त करने के लिए क्या प्रक्रिया अपनानी चाहिए गुरु ने इसका उत्तर देते हुए कहना शुरू किया कि देखिए आज के समय में बहुत सारे लोग सुबह उठते ही खाली पेट चाय पीते हैं चमकता हुआ तेजस्वी मुख पाने के लिए हमें कुछ प्रक्रिया नहीं अपनानी हमें बस अपनी दिनचर्या सही करनी है अपना खानपान सुधारना है सुबह खाली पेट चाय पीना जहर के समान होता है वो धीरे-धीरे आपके अंदर आपकी आंतों को कमजोर कर देता है।

पेट साफ करने के तरीके. 

 पेट में धीरे-धीरे एसिडिटी होने लगती है और अपने आप मन और मस्तिष्क सुस्त पड़ते जाते हैं सुबह उठते ही तुम्हें तांबे चांदी या मिट्टी के बर्तन में रखा हुआ पानी पीना चाहिए लेकिन चांदी और मिट्टी की तासीर ठंडी होती है इसीलिए कफ अस्थमा या दमा जैसे रोगी इसका उपयोग ना करें रात में आपने चांदी तांबे या मीठी के बर्तन में पानी रख दिया और सुबह खाली पेट बिना दौत किए हुए उसे पी लिया शिष्य ने सवाल किया कि गुरुदेव बिना दातून किए हुए अगर हम वह पानी पिएंगे तो हमारा बासी थूक हमारे अंदर ही चला जाएगा।

 गुरु ने उसे बताया कि वह तो अच्छी बात है क्योंकि बासी थूक औषधि के समान होता है गुरु ने चेतावनी दी कि देखिए जिन लोगों को अल्सर टीबी या निमोनिया है उन्हें खाली पेट पानी नहीं पीना है तांबे के बर्तन में रात में रखे हुए पानी में उसके संस्कार मिल जाते हैं तांबे के गुण उस पानी में आ जाते हैं और वह तांबा हम हमारे शरीर में जाकर बहुत से लाभकारी फायदे करता है गुरु ने चेतावनी दी कि अगर मजबूरी ना हो तो प्लास्टिक की बोतल में कभी पानी मत पीना क्योंकि प्लास्टिक की एक ऐसी संरचना होती है।


 जब वह गर्म तापमान पर आता है तो प्लास्टिक धीरे-धीरे रे पिघलना शुरू हो जाता है और जब वह बहुत बारीक स्तर पर पिघलता है तो उसके कारण उस पानी में मिल जाते हैं जो हमारे शरीर में जाकर कैंसर का कारण बन सकते हैं देखिए यह पानी पीने के बाद अपना पेट अच्छे से खाली करने के बाद आप आमला और सब्जियों का रस पी सकते हैं आप पीने में कुछ लोगों को थोड़ा कड़वा लग सकता है लेकिन जहां पर शरीर को इतने सारे फायदे हो रहे हो वहां पर थोड़ा कड़वापन तो बर्दाश्त किया जा सकता है गुरु ने बताया कि यह भी सच्चाई है कि हर दिन एक जैसा खाना नहीं खाया जा सकता तो जिस दिन तुम आंवला और सब्जियों का जूस ना पी सको उस दिन आपको दही खाना चाहिए।

Motivational kahani in hindi 

 दही बहुत ही बेहतरीन आयुर्वेदिक औषधि के रूप में इस्तेमाल हो सकता है अगर उसको सही से इस्तेमाल किया जाए तो हमारे शरीर में बेहद सारी बीमारियों को वह जड़ से खत्म कर सकता है दही की एक पर्याप्त मात्रा लेकर उसमें गुड़ शक्कर या मिश्री का मिश्रण जरूर कर लें ताकि आपको वह दही खाटा रा ना लगे अगर दही में गुड़ मिलाते हैं तो गुड़ बहुत ज्यादा नया नहीं होना चाहिए गुड़ जितना ज्यादा पुराना होगा उतना ही लाभकारी होगा और दही को थोड़ा पतला कर ले पतला होने के बाद वह आसानी से हमारे शरीर में जा सकता है।

 और उसको पचने में भी ज्यादा ऊर्जा शरीर को नहीं लगानी पड़ती आयुर्वेद के गणित के हिसाब से अगर आप सुबह इन प्रक्रियाओं का पालन करते हैं तो आपके चेहरे का तेज बढ़ने लगेगा उस पर चमकाने लगेगी जल्द ही लोग आपसे बोलना शुरू कर देंगे कि भाई आपकी उम्र इतनी ज्यादा हो गई लेकिन आप लगते नहीं हो इतनी उम्र के सन्यासियों और मुनियों जैसा तेज पाने के लिए ध्यान और आयुर्वेद के नियम के हिसाब से खानपान यह दो चीजें सबसे ज्यादा जरूरी होती हैं अगर ग्रस्त आदमी भी इन नियमों का पालन करता है तो वह भी सन्यासी जैसा तेजस्वी हो सकता है।


 शिष्य ने आखिरी प्रश्न किया कि गुरुदेव मुझे यह दो नियम तो अच्छे से समझ में आ गए हैं पहला नियम अपने पेट को खाली रखेंगे तो हर बीमारी से मुक्त रहेंगे दूसरा नियम कि हम अपने चेहरे पर ओज और तेज कैसे प्रकट कर सकते हैं बस एक आखिरी समस्या का समाधान और करवाना है मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि जैसे-जैसे आदमी की उम्र बढ़ती है तो उसके आंखों की और उसके दिमाग की क्षमता कम होती जाती है तो उस क्षमता को बरकरार बनाए रखने के लिए किन नियमों का पालन करें या फिर क्या खानपान अपने दैनिक जीवन में अपनाएं गुरु ने खुद की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जैसे-जैसे उभर बढ़ेगी वैसे-वैसे बुद्धिमान होते जाओगे।

 बस मैं जो नियम बता रहा है उनको ध्यान से सुन लो सुन लोगे तो सारी समस्याएं हल हो जाएंगी सबसे पहले सफेद कद्दू के औषधीय गुणों के बारे में जानो आयुर्वेद के गणित के हिसाब से सफेद कद्दू का जूस कैंसर को मिटाता है और साथ ही दिमाग की तीक्षण होता को बढ़ा बढ़ता है तीक्ष्ण होता यानी कि तेज बारीक बुद्धि लेकिन यह समझ लेना कि सफेद कीड़ा का जूस ठंडा होता है इसीलिए अस्थमा और जिनको सर्दी जल्दी पकड़ लेती हो ऐसे लोगों को सफेद कद्दू के जूस का सेवन नहीं करना है दिमाग और आंखों को तेज करने के लिए जो अगला नुस्खा मैं बता रहा हूं वह हर कोई कर सकता है।

 बल्कि हर किसी को करना चाहिए पांच देसी बादाम की गिरी जो छोटी वाली होती है क्योंकि वही देसी होती है बड़ी वाली में इतने गुण नहीं होते हैं इतना छोटी वाली गिरी में होते हैं पांच छोटी बादाम गिरी और एक अखरोट रात को पानी में भिगो दो सुबह उनके छिलके उतारो और उन्हें किसी पत्थर के खरल में याद रखना पत्थर का खरल किसी ऐसे वैसे बर्तन में नहीं क्योंकि इससे उसकी गुणवत्ता खत्म हो जाती है उस पत्थर में यह डालने के बाद उसे मथना शुरू करो धीरे-धीरे जब आप उसे पिसंग तो वह बारीक होने लगेगा और उसके बाद उसमें दूध डालना शुरू करो ऊपर से दूध गाय का होना चाहिए वो सब सबसे ज्यादा बेहतरीन रहेगा दिमाग के लिए इस्तेमाल करने को भैंस या बकरी का भी कर सकते हैं।


 लेकिन गाय का दूध सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण हो जाता है जब दिमागी समस्याओं के बारे में बात आती है तो अब उस बादाम और अखरोट को दूध के साथ पीसना शुरू करो धीरे-धीरे जितना आप पीसें उतनी उसकी गुणवत्ता बढ़ती जाएगी अब कुछ लोगों को लग रहा होगा कि दूध के साथ हम बादाम यूं ही खा ले तो या फिर पत्थर के खरल में पीसने की बजाय उसे मिक्सर में पीस लें तो मैं बताता चलूं कि पत्थर के खरल में उसे पीसने के बाद उसकी गुणवत्ता 100 गुना ज्यादा बढ़ जाती है अच्छे से गाय के दूध में पीसने के बाद जब आप इसका सेवन करेंगे तो आपकी आंखें और आपका दिमाग इनके लिए यह बहुत ही लाभकारी रहेगा जिन लोगों को भूलने की समस्याएं होती हैं।

 जो छोटी-छोटी चीजें रखकर भूल जाते हैं जो लोग दिमागी रूप से परेशान रहते हैं तनाव बना रहता है चीजों के बारे में ज्यादा सोचते रहते हैं ऐसे लोगों के लिए यह एक ठंडाई का काम करेगा उनके दिमाग में एक ठंडक पहुंचाएगा जिससे उनका दिमाग अपने बेहतरीन स्तर पर काम कर पाएगा शिष्य ने यह नियम अच्छे से कंठस्थ कर लिए और उसके बाद घर जाने के लिए अपने गुरु से आज्ञा मांगी शिष्य अपने गुरु से आशीर्वाद लेकर अपने घर की तरफ प्रस्थान कर गया तो दोस्तों कैसी लगी आज की कहानी अपनी राय हमें कमेंट में जरूर बताएं अगर अच्छी लगी हो तो व इस वीडियो को और लोगों के साथ शेयर करें तो चलिए दोस्तों अब हमारे दूसरे कहानी की शुरुआत करते हैं।

 दूसरी कहानी सिर्फ सात दिनों में सबको पीछे छोड़ दो




 एक बार एक गरीब आदमी एक बौद्ध भिक्षु के पास गया और कहता है कि गुरु मैं अपनी आदतों से बहुत परेशान हूं मैं बहुत कुछ करना चाहता हूं लेकिन कुछ नहीं कर पाता सफलता की ऊंचाइयों को छूना चाहता हूं लेकिन अपनी आदत से मजबूर हा सच कहा तो मुझे यह भी नहीं पता कि सफल होने के लिए किस गुण की आवश्यकता है।

 इसलिए मैं उन गुणों के बारे में जानने के लिए ही आपके पास आया हूं कृपया मेरा मार्ग दर्शन कीजिए बौद्ध भिक्षु ने कहा कि जिस तरह से हम बुरी आदतों से मजबूर होते हैं उसी तरह अगर हम अच्छी आदतें अपनाएंगे तो हम भी अच्छी आदतों से मजबूर हो जाएंगे और अच्छी आदतें हमें आपने जीवन में बहुत कुछ हासिल करने में भी मदद करेगी आज मैं आपको 15 ऐसी सफल आदतों के बारे में बताऊंगा।

 जो आपको सफल बना सकती हैं मेरी बातें सुनकर भूल मत जाना बल्कि इन सभी 15 आदतों को अपने दिमाग में याद रखना और धीरे-धीरे उन्हें अपने जीवन में लाना शुरू करें क्योंकि यह आदतें ना सिर्फ आपको सफलता दिलाएंगे बल्कि इतना अच्छा इंसान बनाएंगी जिसे देखकर लोग कहेंगे कि मैं भी ऐसा ही बनना चाहता हूं 15 सफल आदतों की सूची में पहली आदत है सुबह जल्दी उठना दुनिया में अगर कोई सबसे सफल और सबसे अच्छी आदत है।

 जिसे हर सफल व्यक्ति अपनाता है तो वह है सुबह जल्दी उठना और अपना आलस्य त्यागना अगर आप दिन की पहली किरण निकलने से पहले उठकर अपना काम कर करना शुरू कर दें और अपने दिन को बेहतर बनाएं आप मानते हैं कि पूरे दिन में ऐसी कोई चुनौती नहीं होगी जिसे आप पार ना कर सके आपके सुबह उठने के तरीके से पता चलता है कि आप में कितनी इच्छा शक्ति है अपने लक्ष्य हासिल करना आपके लिए कितना महत्त्वपूर्ण सुबह जल्दी उठने का मतलब है।

 अधिक प्रयास अधिक मेहनत जो दूसरों की तुलना में अधिक सफल बनाएगी अगर आप सुबह देर से उठने की आदत से मजबूर हैं तो आपको 5 मिनट पहले उठने की आदत डालनी चाहिए और कुछ ही दिनों में आप सुबह जल्दी उठना शुरू कर देंगे दूसरी आदत है हमेशा कुछ नया सीखते रहना यह एक अद्भुत आदत है जो हर उस व्यक्ति में पाई जाती है जिसने अपने क्षेत्र सफलता हासिल की है हमेशा अपने काम के बारे में और अधिक सीखते रहे हम जीवन मेंज में जो कुछ भी सीखते हैं वह जीवन में कभी ना कभी काम जरूर आता है।

Life changing speech in Hindi 


 सफल लोग अपने सपनों को हासिल करने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं उन के सपनों से जुड़ी हर बात जानना चाहते हैं जिससे उनके सपनों को हासिल करना आसान हो जाएगा भले ही बात एक लाइन की हो जिंदगी सीखो लेकिन हमेशा कुछ नया सीखो दुनिया में ज्ञान की कोई कमी नहीं है लेकिन जिस क्षेत्र में आप सफलता चाहते हैं उस क्षेत्र में ध्यान प्राप्त करने के लिए हमेशा उत्सुक रहे हो सकता है कि आप कुछ ऐसा सीखें जिससे आप जितना सोचा था उससे अधिक हासिल कर सके तो इसके लिए आपको हमेशा एक बच्चे के रूप में सीखना होगा तीसरी आदत है कम बोलना और अधिक सुनना हमारे पास दो कान और एक मुह है जिससे हम सुनते अधिक हैं और बोलते आधा हैं श्रोताओं को कभी नुकसान नहीं होता और उन्हें हमेशा कुछ नया सीखने को मिलता ह। 

 कम बात करने का मतलब है कम ऊर्जा बर्बाद करना लोगों से ज्यादा ना जुड़े और किसी के सामने नरम ना बने किसी से बेवजह बहस ना करें क्योंकि जो लोग कम बोलते हैं वे ज्यादा फायदेमंद होते हैं जो व्यक्ति शब्द बोलता है उसमें गहराई से सोचने की क्षमता अधिक होती है जब कोई व्यक्ति कम बोलता है तो वह अपने अंतर मन से जुड़ा होता है इनके आंतरिक विचार इतने मजबूत होते हैं कि यह किसी भी सफलता को अपने घुटनों के नीचे ला सकते हैं चार आदत है असहमत होना और दूसरे को मना करना सीखना हम कठपुतली नहीं है।


 कि लोगों की बातों पर हां हां करते रहे आप एक अलग इंसान है और आपका सपना अलग है आपके सिद्धांत भी अलग होंगे अगर आपकी मंजिल अलग है तो आपका रास्ता भी अलग होगा अगर आपको कोई चीज पसंद नहीं है तो इसका मतलब नहीं है अगर कोई तरीका दूसरों के लिए काम कर रहा है तो जरूरी नहीं कि वह आपके लिए भी काम करें यदि आप किसी और के तरीके का उपयोग करते हैं तो आप हर किसी की तरह होंगे आप इस दुनिया के सबसे अनोखे इंसान हैं और आपके जैसा कोई और नहीं है इसलिए आज आपको सहमत होने का भी पूरा अधिकार है और अपनी बात रखने का भी पूरा अधिकार है और आपको हर उस चीज को ना कहना होगा।

 जो आपके लक्ष के लिए सही नहीं है यदि आपका अपने दोस्तों के साथ घूमने का मन नहीं है तो उन्हें ना कहना सीखें अगर आप किसान नहीं बल्कि बिजनेसमैन बनना चाहते हैं तो अपने परिवार को बताएं कि आप किसान नहीं बिजनेसमैन बनना चाहते हैं जबरदस्ती लंबे समय तक नहीं टिकती और ही इससे हमें कुछ मिलता है जहां जरूरत हो वहां ना कहना सीखें क्योंकि इंकार करने से आप दूसरों की नजरों में तो बुरे बन सकते हैं लेकिन आप अपनी नजरों में कभी बुरे नहीं बन सकते ज्यादातर लोग जिंदगी में इस वजह से कुछ नहीं कर पाते कि लोग क्या कहेंगे अगर असफल हो गए तो लोग क्या कहेंगे इसीलिए ज्यादातर लोग अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए जिंदगी जीते हैं पांचवी आदत है सही तरीके से जोखिम उठाना सीखना जीवन में सबसे बड़ा जोखिम कोई भी जोखिम ना लेना है यदि आप सही तरीके से जोखिम नहीं ले रहे हैं।

 तो आप अपना जीवन जोखिम में डाल रहे हैं तो आप अपना जीवन बर्बाद करने और एक ही स्थान पर रहने का जोखिम उठा रहे हैं सही चीजों के लिए जोखिम लेने का डर दूर करें और लोग क्या कहेंगे इसका डर भी दूर करें लोग हसेंगे और मेरा समय और पैसा बर्बाद होगा इंसान को जिंदगी से लेकर मौत तक सिर्फ तीन चीजों की जरूरत होती है रोटी कपड़ा और मकान और इसे पाना कोई मुश्किल काम नहीं है इसके अलावा अगर इंसान की जिंदगी से कुछ चला भी गया हो तो भी जीना आसान है लेकिन आपका मिशन सिर्फ मौत के दरवाजे तक सुरक्षित पहुंचना नहीं है एक योद्धा की तरह हर चुनौती को धूल चटाना जोखिम उठाना विजेता का ताज पहनना मौत के दरवाजे तक पहुंचना है सही चीजों के लिए जोखिम उठाना चाहिए इसलिए जोखिम लेना सीखें जोखिम लेने पर आपको कभी पछतावा नहीं होगा।


 लेकिन यदि आप सही जोखिम नहीं लेते हैं तो आपको अपनी कल्पना से भी अधिक पछताना पड़ेगा छवी आदत है जिसके साथ आप अगले 60 साल बिताएंगे 60 में से 30 सफल आदतें उस व्यक्ति को समझने की कोशिश करना है जिसके साथ आप अगले 60 साल बिताएंगे और वह व्यक्ति आप हैं आप खुद को कितना समय देते हैं और अपनी पिछली गलतियों से कितना सीखते हैं आप अपने वर्तमान को बेहतर बनाने के लिए क्या करते हैं और भविष्य के बारे में क्या सोचते हैं क्या आप हर दिन 10 मिनट बैठते हैं और सोचते हैं कि आपके जीवन में क्या चल रहा है मैं कहां से आया हूं और अभी कहां हूं और आगे कहां जा रहा हूं आपके जीवन की सबसे बड़ी जरूरत और सबसे बड़ी चुनौती क्या है आपको आपसे बेहतर कोई नहीं जानता अगर कोई आपको समझ सकता है तो आपके अंदर क्या भावनाएं चल रही हैं।

 यह सिर्फ आप ही समझ सकते हैं हर दिन अपने आप को 10 मिनट दें और इस 10 मिनट में कोई भी नहीं होना चाहिए कोई किताब नहीं कोई काम नहीं बस आप और आपके विचार इस समय आप खुद से बात करें और खुद को जानने की कोशिश करें आठवी आदत है निर्णय लेना सीखें और तुरंत काम पर लग जाएं ऐसे कितने काम हैं जिन्हें आप आज तक टालते आ रहे हैं ऐसी कितनी चीजें हैं।

 जिनके लिए आपको निर्णय लेने की आवश्यकता है लेकिन आप निर्णय नहीं लेना चाहते हैं उस काम को टालते रहे क्योंकि ज्यादातर लोग निर्णय नहीं ले पाते क्या वे यह काम करना चाहते हैं या वे उस रिश्ते में रहना चाहते हैं या नहीं बिजनेस करना है या नौकरी लोग इस बारे में नहीं सोचते निर्णय लेना सीखें निर्णय ना लेने से बेहतर है निर्णय लेना निर्णय ले और उसे सही करने का प्रयास करें और एक बार जब आप तय कर ले तो काम पर लग जाएं निनिया के सभी सफल लोगों के पास निर्णय लेने और अपना काम करने के लिए बहुत कम समय होता है।

Motivation life 

 अगर आपने दिन के 8 बजे कोई काम तय या प्लान कर लिया है तो 8:1 बजे आपका काम प्लानिंग के मुताबिक दिखना चाहिए आठवी आदत जो आपके जीवन को बदल सकती है वह है अपने समय का बुद्धिमानी से उपयोग करना सीखना होगा समय ही एक ऐसी चीज है जिसकी कमी होती रहती है समान गति से गति धीमी नहीं होती समय एक ऐसी चीज है चाहे कुछ भी हो जाए समय एक ऐसी चीज है जिसके साथ आप आप केवल दौड़ सकते हैं।

 ना तो आप समय से पीछे रह सकते हैं और ना ही समय से आगे जा सकते हैं आज आपके जीवन में जो कुछ भी चल रहा है उसका आपको सामना करना होगा इसलिए समय के साथ चलना सीखें और आज जो आपके लिए महत्त्वपूर्ण है उसे करते हुए आगे बढ़ क्योंकि अगर आप समय की दौड़ में पीछे रह गए तो चाहे आप कितना भी दौड़ ले आप कभी भी पहले जैसे नहीं रह पाएंगे जो सो रहा है।

 वह जरूर कुछ ना कुछ खो रहा होगा और जो जाग रहा है वह पा रहा है हमारे समय की उल्टी गिनती हमारे जन्म लेते ही शुरू हो जाती है इसलिए अपना समय बर्बाद ना करें बल्कि इसे अपने लक्ष्य के लिए उपयोग करें और खुद को जाने बीवी आदत है अनावश्यक झंझट को नजरअंदाज करना सीखना हमारे पास सीमित मात्रा में समय और निश्चित मात्रा में ऊर्जा है यदि हम इसे तुच्छ चीजों और निरर्थक चीजों पर खर्च करते रहेंगे और हमारी ऊर्जा वितरित हो जाएगी और हम इसे कभी भी अपने लक्ष्य की ओर एकत्रित नहीं कर पाएंगे।

 और लक्ष्य चूक जाते हैं ज्यादातर लोगों की गलती यह होती है कि वे हर चीज और हर किसी में खुद को शामिल करने की कोशिश करते हैं जिसके कारण उनकी ऊर्जा विभाजित हो जाती है और वे कुछ भी महत्त्वपूर्ण कार्य नहीं कर पाते हैं इसलिए जो काम जरूरी ना हो और दूसरे लोग कर सकते हो उसे दूसरे को सौंप दें और अपनी सारी ऊर्जा और अपना सारा समय अपने महत्त्वपूर्ण कार्यों में लगा दें 10वीं आदत है अपने जीवन से नकारात्मक लोगों को दूर करना और सकारात्मक लोगों के साथ रहना एक नकारात्मक व्यक्ति हमारी ऊर्जा को सोख लेता है और हमारी सोच को नकारात्मक बना देता है।

 इसलिए ऐसे लोगों से दूर रहने की कोशिश करें मूलता कोई भी व्यक्ति अपने आसपास औसतन पांच लोगों का होता है यानी हमारे आसपास के वह पांच लोग जिनके साथ हम सबसे ज्यादा समय बिताते हैं कहीं ना कहीं हम भी उनके जैसे बन जाते हैं और उनकी आदतों को अपनाने ने लगते हैं संगति प्रभाव डालती है और अगर आपके आसपास के लोगों को हर चीज में कमी नजर आ रही है तो उन्हें तुरंत छोड़ दें क्योंकि यह वह लोग हैं जिन्हें गर्मियों में ठंड और सर्दियों में बारिश पसंद होती है ऐसे लोग ना तो कहीं खुश रह पाते हैं।


 और ना ही दूसरों को खुश रहने देते हैं दुनिया में हर किसी को स्वतंत्र होने का अधिकार है आपको सकारात्मक सोच के साथ जीवन जीने का पूरा अधिकार है आपको खुद से भी नकारात्मक बातें नहीं करनी चाहिए जैसे कि मैं बस बदकिस्मत हूं या यह मेरे साथ ही हो जाता है दुनिया के सभी सफल लोगों ने अपने अंदर एक सफल व्यक्ति को देखा है और हमेशा नकारात्मक लोगों की बातों को नजरअंदाज किया कभी भी मूर्ख नकारात्मक लोगों से ना जुड़े क्योंकि उन्हें कुछ नहीं होगा और आपको कुछ नहीं मिलेगा।

 11वी आदत यह है कि जब भी कोई अच्छा विचार मन में आए तो उसे कागज पर लिख ले हमारा दिमाग हर दिन कुछ नए और अच्छे विचार लाता रहता है यदि हम उन्हें नहीं लिखेंगे तो हम उन्हें हमेशा के लिए भूल जाएंगे साथ ही अगर आपके पास कोई प्लान है तो उसे अच्छे से लिखें ऐसा करने से योजना हमारे दिमाग में बैठ जाती है उन सभी चीजों के बारे में भी लिखें जिन्हें आप पाना चाहते हैं उन आदतों के बारे में भी लिखें जिन्हें आप छोड़ना चाहते हैं विचारों को लिखने से हमारे दिमाग से उन्हें याद रखने का बोझ कम हो जाता है और फिर हमारा दिमाग अपने नए विचारों के बारे में सोचने के लिए स्वतंत्र हो जाता है।

 12वीं आदत है स्वस्थ रहना अधिक स्वर्थी अपनाएं कम खाएं और अधिक पचाए रोज सुबह प्राणायाम व्यायाम और ध्यान ना सिर्फ आपको स्वस्थ बनाएंगे बल्कि खूबसूरत भी बनाएंगे और अपना आत्मविश्वास बढ़ाएं स्वस्थ मन और स्वस्थ शरीर से आप अपने जीवन में अधिक प्रगति कर पाएंगे और अपनी मंजिल तक पहुंचे पहली खुशी स्वस्थ शरीर है और यह बात मुझे तब पता चली जब हम गंभीर रूप से बीमार थे 13वीं आदत है हमेशा खुश रहना और मुस मुस्कुराते रहना कोई भी रोने वाले व्यक्ति से दोस्ती नहीं करना चाहता।


 या उसके साथ समय बिताना नहीं चाहता क्योंकि हर किसी के जीवन में दहक और दर्द है और कोई भी अपना दुक और दर्द क्यों बढ़ाएगा इसलिए आप मुस्कुराते रहिए और अगर आप मुस्कुराते रहेंगे तो दूसरे लोगों को आप में उम्मीद की किरण दिखेगी हो सकता है आपकी मुस्कुराहट किसी आर को उसका दर्द भुला दे मुस्कुराने का मतलब यह नहीं है कि आपको हर समय हंसते रहना चाहिए मुस्कुराने का मतलब है कि आपको खुश रहना चाहिए सकारात्मक रहे और सोचे कि आप बेहद भाग्यशाली हैं आपके जीवन में कोई कमी नहीं है।

 और अगर कोई कमी है तो आप उसे अभी भर सकते हैं चौथी आदत है हमेशा अपनी कमाई से कम खर्च करना भविष्य की परेशानियों के लिए और कुछ ना बचाएं ज्यादातर लोग दिखावे के नाम पर अपनी कमाई से ज्यादा खर्च कर देते हैं और फिर गरीबी से भरी जिंदगी कष्ट में गुजारे इसलिए अपनी आय को सही तरीके से बढ़ाने का प्रयास करें अपनी कमाई से कम खर्च करें और भविष्य के लिए कुछ पैसे से बचा कर रखें।

 15वीं आदत है एक अच्छा और जिम्मेदार इंसान बनना ऐसी कई चीजें हैं जो आप दूसरों की मदद के लिए कर सकते हैं दूसरों के कष्टों को कम करने का प्रयास करें और गरीबों को खाना खिलाएं लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने की कोशिश करें सफल व्यक्ति वास्तव में तभी सफल कहलाता है जब वह अपने साथ-साथ देश और समाज का भी भला करता है इसलिए लोगों की मदद करें और अच्छे काम करें और समाज में एक अच्छा उदाहरण स्थापित करने का प्रयास करें बौद्ध भिक्षु ने बताया कि यह हैं वह 15वीं आदतें जिन्हें अपनाकर आप एक सफल जीवन जी सकते हैं।


 और दूसरों के लिए एक उदाहरण बने गरीब आदमी को अपने सवालों का जवाब मिल गया तो उसने बौद्ध भिक्षु को धन्यवाद दिया और वह चला गया तो चलिए दोस्तों अब हमारे तीसरी कहानी की शुरुआत करते हैं तीसरी कहानी दोस्तों बहुत समय पहले की बात है एक गांव में एक चोर रहता था वह बड़ा ही चतुर था था एक दिन उस चोर ने सोचा कि जब तक वह राजधानी में नहीं जाएगा और अपना कर्तव्य नहीं दिखाएगा तब तक चोरों के बीच उसकी धाक नहीं जमेगी यह सोचकर वह राजधानी की ओर रवाना हुआ और वहां पहुंचकर उसने यह देखने के लिए नगर का चक्कर लगाया कि कहां क्या चोरी कर सकता है उसने तय किया कि राजा के महल से अपना काम शुरू करेगा।

 राजा ने रात दिन महल की रखवाली के लिए बहुत से सिपाही तैनात कर रखे थे बिना पकड़े गए परिंदा भी महल में नहीं घुस सकता था महल में एक बहुत बड़ी घड़ी लगी थी जो दिन रात का समय बताने के लिए घंटे बजाती रहती थी चोर ने लोहे की कुछ कीलें इकट्ठी की और जब रात को घड़ी ने 12 बज आए तो घंटे की हर आवाज के साथ वह महल की दीवार में एक-एक कील ठोकता गया इस तरह बिना शोर किए उसने दीवार में 12 कीले लगा दी फिर उन्हें पकड़ पकड़ कर वह ऊपर चढ़ गया और महल में दाखिल हो गया।

 इसके बाद वह खजाने में गया और वहां से हीरे चुरा लाया अगले अगले दिन जब चोरी का पता लगा तो मंत्रियों ने राजा को इसकी खबर दी राजा बड़ा हैरान और नाराज हुआ उसने मंत्रियों को आज्ञा दी कि शहर की सड़कों पर गश्त करने के लिए सिपाहियों की संख्या दोगनी कर दी जाए और अगर रात के समय किसी को भी घूमते हुए पाया जाए तो उसे चोर समझकर गिरफ्तार कर लिया जाए जिस समय दरबार में यह ऐलान हो रहा था एक नागरिक के भेष में चोर मौजूद था उसे सारी योजना की एक-एक बात का पता चल गया उसे फौरन यह भी मालूम हो गया कि कौन से 26 सिपाही शहर में गश्त के लिए चुने गए हैं वह सफाई से घर गया और साधु का बाना धारण करके उन 26 सिपाहियों की बीवियों से जाकर मिला उनमें से हर एक इस बात के लिए उत्सुक थी।




 कि उसके पति ही चोर को पकड़े और राजा से इनाम ले एक-एक करके चोर उन सबके पास गया और उनके हाथ देख देख कर बताया कि वह रात उसके लिए बड़ी शुभ है उसके पति की पोशाक में चोर उसके घर आएंगे लेकिन देखो चोर को अपने घर के अंदर मत आने देना नहीं तो वह तुम्हें दबा लेगा घर के सारे दरवाजे बंद कर लेना और भले ही वह पति की आवाज में बोलता सुनाई दे उसके ऊपर जलता कोयला फेंकना इसका नतीजा यह होगा कि चोर पकड़ में आ जाएगा। 

 सारी स्त्रियां रात को चोर के आगमन के लिए तैयार हो गई अपने पतियों को उन्होंने इसकी जानकारी नहीं दी इस बीच पति अपनी गश्त पर चले गए और सवेरे 4:00 बजे तक पहरा देते रहे हालांकि अभी अंधेरा था लेकिन उन्हें उस समय तक इधर-उधर कोई भी दिखाई नहीं दिया तो उन्होंने सोचा कि उस रात को चोर नहीं आएगा यह सोचकर उन्होंने अपने घर चले जाने का फैसला किया जो ही वे घर पहुंचे स्त्रियों को संदेह हुआ और उन्होंने चोर की बताई कार्रवाई शुरू कर दी फल वह हुआ कि सिपाही जल गए और बड़ी मुश्किल से अपनी स्त्रियों को विश्वास दिला पाए कि वे ही उनके असली पति हैं और उनके लिए दरवाजा खोल दिया जाए सारे पतियों के जल जाने के कारण उन्हें अस्पताल ले जाया गया दूसरे दिन राजा दरबार में आया तो उसे सारा हाल सुनाया गया सुनकर राजा बहुत चिंतित हुआ और उसने कोतवाल को आदेश दिया कि वह स्वयं जाकर चोर पकड़े उस रात कोतवाल ने तैयार होकर शहर का पहरा देना शुरू किया।


 जब वह एक गली में जारा रहा था चोर ने जवाब दिया मैं चोर हूं कोतवाल समझा कि लड़की उसके साथ मजाक कर रही है उसने कहा मजाक छाड़ और अगर तुम चोर हो तो मेरे साथ आओ मैं तुम्हें कांठ में डाल दूंगा चोर वाला ठीक है इस से मेरा क्या बिगड़ेगा और वह कोतवाल के साथ कांठ डालने की जगह पर पहुंचा वहां जाकर चोर ने कहा कोतवाल साहब इस काठ को आप इस्तेमाल कैसे किया करते हैं मेहरबानी करके मुझे समझा दीजिए कोतवाल ने कहा तुम्हारा क्या भरोसा मैं तुम्हें बताऊं और तुम भाग जाऊ तो चोर बाला आपके बिना कहे मैंने अपने आप को आपके हवाले कर दिया है मैं भाग क्यों जाऊंगा उसकी बात सुनकर कोतवाल उसे दिखाने के लिए राजी हो गया कि कांठ कैसे डाला जाता है।

 जैसे  ही उसने अपने हाथ पैर उसमें डाले कि चोर ने झट चाबी घुमाकर कांठ का ताला बंद कर दिया और कोतवाल को राम-राम करके चल दिया जाड़े की रात थी दिन निकलते निकलते कोतवाल मारे सर्दी के अधमरा हो गया सवेरे जब सिपाही बाहर आने लगे तो उन्होंने देखा कि कोतवाल कांट में फंसे पड़े हैं उन्होंने उनको उसमें से निकाला और अस्पताल ले गए अगले दिन जब दरबार लगा तो राजा को रात का सारा किस्सा सुनाया गया राजा इतना हैरान हुआ कि उसने उस रात चोर की निगरानी स्वयं करने का निश्चय किया चोर उस समय दरबार में मौजूद था और सारी बातों को सुन रहा था रात होने पर उसने साधु का भेज बनाया और नगर के सिरे पर एक पेड़ के नीचे धुनी जलाकर बैठ गया।

 राजा ने गश्त शुरू की और दो बार साधु के सामने से गुजरा तीसरी बार जब वह उधर आया तो उसने साधु से पूछा कि क्या इधर से किसी अजनबी आदमी को जाते उसने देखा है साधु ने जवाब दिया कि वह तो अपने ध्यान में लगा था अगर उसके पास से कोई निकला भी होगा तो उसे पता नहीं यदि यदि आप चाहे तो मेरे पास बैठ जाइए और देखते रहिए कि कोई आता जाता है या नहीं यह सुनकर राजा के दिमाग में एक बात आई और उसने फौरन तय किया कि साधु उसकी पोशाक पहनकर शहर का चक्कर लगाए और वह साधु के कपड़े पहनकर वहां चोर की तलाश में बैठे आपस में काफी बहस मुबा से और दो-तीन बार इंकार करने के बाद आखिर चोर राजा की बात मानने को राजी हो गया और उन्होंने आपस में कपड़े बदल लिए चोर तत्काल राजा के घोड़े पर सवार होकर महल में पहुंचा।

 और राजा के ने के कमरे में जाकर आराम से सो गया बेचारा राजा साधु बना चोर को पकड़ने के लिए इंतजार करता रहा सवेरे के 4:00 बजने आए राजा ने देखा कि ना तो साधु लौटा और कोई आदमी या चोर उस रास्ते से गुजरा तो उसने महल में लौट जाने का निश्चय किया लेकिन जब वह महल के फाटक पर पहुंचा तो मंत्रियों ने सोचा राजा तो पहले ही आ चुका है हो ना हो यह चोर है जो राजा बनकर महल में घुसना चाहता है।

 उन्होंने राजा को पकड़ लिया और काल कोठरी में डाल दिया राजा ने शोर मचाया पर किसी ने भी उसकी बात ना सुनी दिन का उजाला होने पर काल कोठरी का पहरा देने वाले मंत्री ने राजा का चेहरा पहचान लिया और डर के मारे थरथर कांपने लगा वह राजा के पैरों पर गिर पड़ा राजा ने सारे सिपाहियों को बुलाया और महल में गया उधर चोर जो रात भर राजा के रूप में महल में सोया था सूरज की पहली किरण फूटते ही राजा की पोशाक में और उसी के घोड़े पर रफू चक्कर हो।

 गया अगले दिन जब राजा अपने दरबार में पहुंचा तो बहुत ही हताश था उसने ऐलान किया कि अगर चोर उसके सामने उपस्थित हो जाएगा तो उसे माफ कर दिया जाएगा और उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी बल्कि उसकी चतुराई के लिए उसे इनाम भी मिलेगा चोर वहां मौजूद था ही फौरन राजा के सामने आ गया और बोला महाराज मैं ही वह अपराधी हूं इसके सबूत में उसने राजा के महल से जो कुछ चुराया था वह सब सामने रख दिया साथ ही राजा की पोशाक और उसका घोड़ा भी राजा ने उसे गांव इनाम में दिए और वादा कराया कि वह आगे चोरी करना छोड़ देगा।

 इसके बाद से चोर खूब आनंद से रहने लगा इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि व्यक्ति की बुद्धि उसे हर एक नकमुका इस्तेमाल अगर इंसान के भलाई के लिए और खुद को बदलने के लिए किया जाए तो उस इंसान का जीवन खुशियों से भर सकता है दोस्तों मैं उम्मीद करता हूं कि यह कहानी सुनने से आपके जीवन में अच्छे बदलाव आए होंगे आपको इस वीडियो से क्या सीखने मिला यह कमेंट करके जरूर बताइए।

 और अपने परिवार दोस्तों या आपके करीबी इंसान के साथ यह कहानी शेयर करके उन्हें भी इस ज्ञान से परिचित करवाए बाकी अगर आपको यह वीडियो दिल से अच्छी लगी हो तभी इस वीडियो को लाइक कर देना और आपने अब तक इस चैनल को सब्सक्राइब ना किया हो तो चैनल को सब्सक्राइब भी जरूर कर देना आपका हर दिन शुभ हो और खुशियों से आपका जीवन भरा रहे धन्य धन्यवाद . ।



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