Best Krishna Motivational Speech | श्री कृष्ण motivational quotes in hindi
Best Krishna Motivational Speech | श्री कृष्ण motivational quotes in hindi
श्री कृष्ण motivational quotes in hindi
भगवान के हर फैसले पर खुश रहो क्योंकि भगवान वह नहीं देता जो आपको अच्छा लगता है बल्कि भगवान वह देता है जो आपके लिए अच्छा होता है भगवान कहते हैं।
तू करता वही है जो तू चाहता है पर होता वही है जो मैं चाहता हूं तू वो कर जो मैं चाहता हूं फिर देख होगा वही जो तू चाहता है मनुष्य का जीवन केवल उसके कर्मों पर चलता है।
जैसा कर्म होता है वैसा उसका जीवन होता है भगवान को मंदिर से ज्यादा मनुष्य का हृदय पसंद है क्योंकि मंदिर में इंसान की चलती है हृदय में भगवान की अंधेरे में जब हम दिया हाथ में लेकर चलते हैं तो हमें यह भ्रम रहता है कि हम दिए को लेकर चल रहे हैं।
जबकि सच्चाई एकदम उल्टी है दिया हमें लेकर चल रहा होता है प्रार्थना शब्दों से नहीं हृदय से होनी चाहिए क्योंकि ईश्वर उनकी भी सुनते हैं जो बोल नहीं सकते जीवन का इम्तिहान आसान नहीं होता बिना संघर्ष कोई महान नहीं होता जब तक ना पड़े हथौड़े की मार तब तक तो पत्थर भी भगवान नहीं होता अच्छे लोगों की ईश्वर परीक्षा बहुत लेता है।
लेकिन साथ नहीं छोड़ता है और बुरे लोगों को ईश्वर बहुत कुछ देता है लेकिन साथ नहीं देता है जब मेहनत करने के बाद भी सपने पूरे नहीं होते तो रास्ता बदलिए सिद्धांत नहीं क्योंकि पेड़ भी हमेशा पत्ते बदलता है।
जड़ नहीं जब भी आप कोई बुरा कार्य करते हो या अच्छा कार्य करते हो आपको लगता है कि कोई देख नहीं रहा तो यहां श्री कृष्ण कहते हैं कि तुम जो कुछ भी कर रहे हो मेरी दृष्टि सदैव तुम तुम पर है इसलिए आप यह मत समझे कि आप अकेले हो ना तो समय रुकता है और ना ही एक सा रहता है।
बुरा समय हो या अच्छा समय बदलता जरूर है आज बुरा है तो कल अच्छा होगा सुख के बाद दुख और दुख के बाद सुख आते जाते रहते हैं इसलिए इस पर हमारा कोई वश नहीं है लेकिन कर्म पर हमारा वश जरूर है।
आप सिर्फ कर्म करिए फल की चिंता किए बगैर समय आने पर फल जरूर मिलेगा जो अज्ञानी व्यक्ति होता है व य गलत फहमी पाल लेता है कि मैं करता हूं सभी कार्य मेरे द्वारा किए जा रहे हैं ऐसा जान उसमें अहंकार घर कर लेता है।
परंतु इस श्रेष्ठ में जो भी हो रहा है वह तो प्रकृति द्वारा किया जा रहा है अज्ञानता के कारण व्यक्ति में जो मैं का अहंकार जन्म ले लेता है तो उसका पतन होना निश्चित है कहते हैं मन के हारे हार है और मन के जीते जीत जिस प्रकार सकारात्मक विचारों से सफलता मिलती है।
उसी प्रकार नकारात्मक विचार असफलता के मार्ग की ओर अग्रसर करते हैं क्योंकि जैसा हम सोचते हैं वैसे ही हम बनते जाते हैं और अपने विचारों के माध्यम से ही हमें नकारात्मक और सकारात्मक परिणाम मिलते हैं समय कभी नहीं रुकता आज यदि बुरा चल रहा है तो कल अवश्य अच्छा आएगा।
आप केवल निस्वार्थ भाव से कर्म कीजिए और वही आपके हाथ में है जब आप दूसरों के लिए अच्छा चाहते हैं तो वही अच्छी चीजें आपके जीवन में वापस आती है।
यही प्रकृति का नियम है एक समझदार व्यक्ति वही है जो दूसरों को देखकर उनकी विशेषताओं से सीखता है उनसे तुलना और ईर्ष्या नहीं करता ईश्वर तकलीफों से भी उन्हें ही गुजरवास से करीब रखना चाहता है अनुमान मन की कल्पना है और अनुभव जिंदगी का सबक है सच्ची खुशी तभी होती है।
जब आपकी सोच कथन और कर्म में समानता हो मौन सबसे अच्छा उत्तर है किसी ऐसे व्यक्ति के लिए जो आपके शब्दों को महत्व नहीं देता किसी के प्रति मन में क्रोध लिए रहने की अपेक्षा उसे तुरंत प्रकट कर देना अधिक अच्छा है।
मनुष्य हमेशा अपने भाग्य को कोसता है यह जानते हुए भी कि भाग्य से भी ऊंचा उसका कर्म है जो उसके स्वयं के हाथों में है दुनिया में केवल माता और पिता ही ऐसे इंसान हैं जो चाहते हैं कि हमारे बच्चे हमसे भी ज्यादा कामयाब हो मित्र गरीब है या अमीर मायने नहीं रखता बल्कि वह आपके बुरे समय में आपका साथ कितना देता है।
यह मायने र ता है समय मनुष्य के बनाए मार्ग पर नहीं चलता मनुष्य को समय के दिखाए मार्ग पर चलना होता है इसी को नियति कहते हैं प्रेम करो क्योंकि प्रेम ही जीवन की एकमात्र शक्ति है भगवान के भक्त सिर्फ मंदिरों में नहीं बल्कि हर जगह मिलते हैं।
समय एक सा नहीं रहता आज दुख है तो कल सुख भी आएंगे और सुख के बाद दुख भी आना स्वाभाविक है आपको पूरे धैर्य और श्री कृष्ण पर विश्वास के साथ अपना जीवन निर्वाह करना चाहिए लोग अपने शरीर को सुंदर बनाने में लगे रहते हैं पर आत्मा की सुंदरता शरीर की सुंदरता से कहीं ज्यादा महत्त्वपूर्ण है।
शरीर तो नश्वर है मिट्टी ही तो है तो मिट्टी में ही मिल जाता है पर आत्मा अमर है इसलिए आत्मा की सुंदरता पर ध्यान दो जीवन कठिन तब लगता है जब हम स्वयं में बदलाव करने के बजाय परिस्थितियों को बदलने का प्रयास करते हैं।
जीवन की राह पर चलते रहो क्यों कि श्री कृष्ण हमेशा तुम्हारे साथ हैं धर्म का अर्थ है सत्य और न्याय की पालन करना जो कुछ हुआ अच्छे के लिए हुआ जो हो रहा है अच्छे के लिए हो रहा है जो होगा वह भी अच्छे के लिए ही होगा तो सकारात्मक रहो और अपना कर्म करो हमारी सफलता और असफलता इस बात पर निर्भर करती है कि हम खुद पर कितना विश्वास करते हैं।
व्यक्ति जो चाहे बन सकता है यदि पूरे विश्वास के साथ अपने पर लगातार चलता रहे मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है जो कर्म करता है इसलिए कर्म करना प्रत्येक व्यक्ति का धर्म भी है कर्म कार्य करने वाला व्यक्ति ही कर्मवीर कहलाता है।
इसलिए कार्य करते रहना खाली बैठे रहने से हमेशा बहतर होता है श्री कृष्ण कहते हैं कि वह किसी के भी भाग्य के निर्माता नहीं है व्यक्ति खुद ही अपना भाग्य लिखता है आप जैसा बीज बोएंग आप वैसी ही फसल काटेंगे आप जैसा कर्म करेंगे।
आपको वैसे है परिणाम मिलेंगे यदि विद्यार्थी मन लगाकर पढ़ाई करेंगे तो परीक्षा में सफल होंगे इसलिए हर व्यक्ति का भाग्य तभी बदलेगा जब वह ऐसे कर्म करेगा क्या गया है तुम्हारा जो तुम रोते हो तुम इस संसार में क्या लाए हो जो तुमने खो दिया तुमने क्या पैदा किया जो खो दिया जो एक क्षण में बदल जाए।
एक क्षण में भंग हो जाए वह प्रेम नहीं लोभ होता है अहंकार वह छाया है जो आत्मा की रोशनी को अंधा कर देती है भीतर की चमक को पहचानो और वह छाया भाग जाएगी मनुष्य का जीवन केवल उसके कर्मों पर चलता है जैसा कर्म होता है।
वैसा उसका जीवन होता है दुनिया को बदलने का नहीं बल्कि खुद को बदलने का प्रयास करें क्योंकि उस परिवर्तन में आपके आसपास की दुनिया भी बदल जाएगी भगवान श्री कृष्ण जी कहते हैं कि हमें किसी से भी अंधा प्यार नहीं करना चाहिए।
हमारा किसी के प्रति अंधा प्यार हमें कभी भी आगे बढ़ने नहीं देता हजारों मील की यात्रा एक कदम से शुरू होती है आत्मा की यात्रा एक इरादे से शुरू होती है अधिक प्रेम भी व्यक्ति को बुद्धिहीन कर देता है आत्मा ना जन्म लेती है ना मरती है ना ही इसे जलाया जा सकता है ना ही पानी से गिला किया जा सकता है।
आत्मा अमर और अविनाशी है किसी के साथ दुख बांट पाना भी एक तरह का सुख है अनुमान मन की कल्पना है और अनुभव जिंदगी का सबक है सच्ची खुशी तभी होती है जब आपकी सोच कथन और कर्म में समानता हो व्यक्ति या जीव का कर्म ही उसके भाग्य का निर्माण करता है।
किससे कब और कितना बोलना है अगर तुमने यह समझ लिया तो तुम अपनी जिंदगी के सार्थक बन चुके हो जीवन में कभी निराश नहीं होना चाहिए क्योंकि कमजोर आपका वकत होता आप नहीं सहना चाहिए मौके पर कहना भी चाहिए और शांति के साथ रहना भी चाहिए मौन सबसे अच्छा उत्तर है।
किसी ऐसे व्यक्ति के लिए जो आपके शब्दों को महत्व नहीं देता मनुष्य जन्म लेता तो उसके पास सांसे तो होती हैं पर कोई नाम नहीं होता जब मृत्यु होती है तो उसके पास नाम तो होता है पर सांसें नहीं होती इसी सांस और नाम के बीच की यात्रा को जीवन कहते हैं।
ना किसी के अभाव में जियो ना किसी के प्रभाव में जियो यह जिंदगी है आपकी अपने स्वभाव में जिओ बुद्धि वह दिशा सूचक यंत्र है जो जीवन के जहाज को अशांत मनुष्य जन्म लेता है तो उसके पास सांसें तो होती हैं।
पर कोई नाम नहीं होता जब मृत्यु होती है तो उसके पास नाम तो होता है पर सांसें नहीं होती इसी सांस और नाम के बीच की यात्रा को जीवन कहते हैं ना किसी के अभाव में जियो ना किसी के प्रभाव में जियो यह जिंदगी है।
आपकी अपने स्वभाव में जियो बुद्धि वह दिशा सूचक यंत्र है जो जीवन के जहाज को अशांत पानी से शांति के तट तक ले जाती है सेहत के लिए योग और किसी की जरूरत पर सहयोग दोनों से ही जीवन बदलता है किसी के प्रति मन में क्रोध लिए रहने की अपेक्षा उसे तुरंत प्रकट कर देना अधिक अच्छा है।
जैसे क्षण भर में जल जाना देर तक सुलगने से अधिक अच्छा है मन एक बगीचा है खुशी के फल पाने के लिए सकारात्मक विचारों के बीज बोए जब जिंदगी में बुरा समय आए तब समझ लेना कि अच्छे कर्म का समय आ गया है।
समय कभी नहीं रुकता आज यदि बुरा चल रहा है तो कल अवश्य अच्छा आएगा आप केवल निस्वार्थ भाव से कर्म कीजिए और वही आपके हाथ में है क्रोध की अग्नि उसे जलाने वाले को भस्म कर देती है इसीलिए इसे धैर्य के जल से शांत करो व्यक्ति कर्म करने से कभी छुटकारा नहीं पा सकता है।
इसलिए तुम्हें हमेशा कर्म करते रहना चाहिए क्योंकि कर्म के बिना तुम्हारे शरीर का निर्वाह भी नहीं हो सकता है मनुष्य उसके लिए शोक करता है जो शोक करने के योग्य नहीं है और फिर भी ज्ञान की बातें करते हो बुद्धिमान व्यक्ति ना जीवित और ना ही मृत व्यक्ति के लिए शोक करते हैं मन शरीर का हिस्सा है।
सुख दू खाक का एहसास करना आत्मा का नहीं शरीर का काम है मान अपमान लाभ हानि गम और खुशी सब मन का खेल है क्रोध से भ्रम पैदा होता है भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है और जब बुद्धि व्यग्र होती है तब तर्क नष्ट हो जाता है।
जब तर्क नष्ट होता है तब व्यक्ति का पतन हो जाता है अमीर बनने के लिए एक-एक क्षण संग्रह करना पड़ता है जन्म लेने वाले के लिए मृत्यु उतनी ही निश्चित है जितना कि मृ होने वाले के लिए जन्म लेना इसलिए जो अपरिहार्य है।
उस पर शोक मत करो अगर कोई मनुष्य हमारे साथ बुरा कर रहा है तो उसे करने दो यह उसका कर्म है और समय उसके कर्म का फल उसे जरूर देगा लेकिन हमें कभी भी किसी के साथ बुरा नहीं करना चाहिए क्योंकि यही हमारा धर्म है।
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