अपने से ज्यादा ताकतवर दुश्मन को हराने के 6 नियम

 अपने से ज्यादा ताकतवर दुश्मन को हराने के 6 नियम | Chanakya Niti in hindi


Chanakya Niti in hindi.


जीवन में दुश्मन तो हर किसी के होते हैं चाहे वह व्यक्तिगत जीवन में हो या फिर प्रोफेशनल कभी-कभी यह दुश्मन आपके सामने आकर खड़े होते हैं तो कभी यह चुपचाप आपके पीछे से वार करने की तैयारी में रहते हैं इनसे निपटना आसान नहीं होता लेकिन चाणक्य नीति में दुश्मनों से निपटने के लिए कुछ ऐसे अचूक उपाय बताए गए हैं।

 जिन्हें अपनाकर आप बिना किसी संघर्ष या लड़ाई के ही अपने दुश्मनों को मात दे सकते हैं चाणक्य यह मानते हैं कि कभी-कभी दु दुन के सामने झुकने से बचने और उससे हारने से बचने के लिए कुछ चीजें ऐसी होती हैं।

 जो कभी नहीं की जानी चाहिए चाहे हालात कितने भी मुश्किल क्यों ना हो अगर आप इन चीजों को नहीं करते हैं तो आप अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं और दुश्मन पर विजय प्राप्त कर सकते हैं आज हम चाणक्य नीति के अनुसार उन पांच चीजों की बात करेंगे जिन्हें अपने दुश्मन के सामने कभी नहीं करना चाहिए भले ही वह आपका जीवन क्यों ना ले ले।


 यह उपाय ना सिर्फ आपको दुश्मन से बचाएंगे ब एक सफल रणनीतिकार भी बनाएंगे जो हर मुश्किल से जीत कर निकलता है इस वीडियो को अंत तक जरूर देखें क्योंकि इसमें बताए गए तरीके आपको ना सिर्फ दुश्मनों से लड़ने में मदद करेंगे बल्कि आपको एक बेहतर और समझदार व्यक्ति भी बनाएंगे चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिए।


 क्योंकि यह चैनल आपको समझदार बनाने के लिए ही है पहली चीज जो दुश्मन के सामने कभी नहीं करनी चाहिए वह है अपने राज उजागर करना चाणक्य नीति में सबसे महत्त्वपूर्ण बात जो बताई गई है वह यह है कि अपने राज को अपने दुश्मनों से हमेशा छिपा कर रखना चाहिए।

 चाहे परिस्थिति कितनी भी विकट क्यों ना हो आपको अपने व्यक्तिगत या व्यावसायिक राज दुश्मन के सामने कभी भी उजागर नहीं करने चाहिए अगर आपके राज दुश्मन के हाथ लग जाते हैं तो वह उन राज्यों का इस्तेमाल करके आपको आसानी से मात दे सकता है।

 चाणक्य का मानना था कि जानकारी ही शक्ति है और यदि यह शक्ति दुश्मन के हाथों में चली जाती है तो आपको हराने में उसे देर नहीं लगेगी उदाहरण के तौर पर अगर आप एक व्यापारिक सौदे में अपने व्यापारिक रणनीतियों को अपने प्रतिस्पर्धी के सामने उजागर कर देते हैं तो वह इन्हीं जानकारी का उपयोग करके आपके व्यवसाय को नुकसान पहुंचा सकता है।


 इसीलिए हमेशा अपने दुश्मनों से दूरी बनाए रखें और अपने राजों को सुरक्षित रखें चाहे परिस्थिति कैसी भी हो चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति अपने राज दुश्मन के सामने उजागर करता है वह पहले ही आधी जंग हार चुका होता है अपने राज्यों को छिपा कर रखना आपके आत्म सुरक्षा का पहला कदम है और इससे आप दुश्मन को चकमा देने में सफल हो सकते हैं।


 जब आप अपने राजों को अपने तक ही सीमित रखते हैं तो दुश्मन के पास आपके खिलाफ कोई ठोस रणनीति नहीं बनती और आप उसे हराने में सक्षम होते हैं दूसरी चीज जो दुश्मन के सामने कभी नहीं करनी चाहिए वह है अपने इरादे उजागर करना चाणक्य नीति के अनुसार दुश्मन के सामने कभी यह नहीं बताना चाहिए कि आप क्या करने वाले हैं।


 आपके इरादे क्या हैं या आपकी अगली योजना क्या है अगर दुश्मन को आपके इरादों का पता लग गया तो वह आपकी रणनीति को विफल करने के लिए पहले से तैयारी कर लेगा चाणक्य कहते हैं कि अपनी योजनाओं को गुप्त रखना ही सबसे बड़ी रणनीति है जब दुश्मन को यह नहीं पता होता कि आप किस दिशा में काम कर रहे हैं।


 तब वह भ्रमित रहता है और उसे आपका मुकाबला करने में कठिनाई होती है उदाहरण के लिए अगर आप किसी व्यापारिक सौदे में अपने दुश्मन को यह बता देते हैं कि आप क्या योजना बना रहे हैं या आपकी भविष्य की रणनीतियां क्या हैं तो वह पहले से ही इसके खिलाफ तैयारी कर लेगा और आपको हराने का तरीका ढूंढ लेगा।


 इसलिए अपने इरादों को कभी भी स्पष्ट रूप से जाहिर ना करें इससे ना सिर्फ आप अपनी योजना को सफल बना पाएंगे बल्कि दुश्मन भी आपको हराने में असमर्थ रहेगा चाणक्य का मानना था कि जो व्यक्ति अपने इरादों को उजागर करता है वह दुश्मन के हाथों पहले ही हारने की दिशा में बढ़ रहा होता है।

 इसीलिए अपनी योजनाओं और

chankya niti 

इरादों को गुप्त रखना और सही समय पर उन्हें लागू करना ही आपकी जीत की कुंजी है तीसरी चीज जो दुश्मन के सामने कभी नहीं करनी चाहिए वह है अपनी कमजोरियों का खुलासा करना चाणक्य के अनुसार अपनी कमजोरियों को दुश्मन के सामने उजागर करना एक बहुत बड़ी भूल है।


 अगर आप अपनी कमजोरियों को दुश्मन के सामने खोल देते हैं तो वह उन्हीं कमजोरियों का फायदा उठाकर आपको हरा सकता है उदाहरण के लिए अगर आप एक व्यापारिक प्रतिस्पर्धी को यह बता देते हैं कि आपका उत्पाद किन क्षेत्रों में कमजोर है या आपकी कंपनी किन समस्याओं का सामना कर रही है तो वह उन्हीं कमजोरियों का फायदा उठाकर अपने उत्पाद को बेहतर बना लेगा और आपको बाजार में हराने में सफल हो जाएगा।


 इसीलिए अपनी कमजोरियों को हमेशा छिपा कर रखना चाहिए किसी भी स्थिति में अपनी कमजोरियों को दुश्मन के सामने उजागर करने से बचना चाहिए क्योंकि यह आपकी हार की शुरुआत हो सकती है जब दुश्मन आपकी कमजोरियों को जान लेता है तो वह उन्हीं पर हमला करता है और आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है।

 चाणक्य का मानना था कि अपनी कमजोरियों को छिपा कर रखना ही एक विजेता की निशानी है क्योंकि इससे दुश्मन को आप पर वार करने का कोई अवसर नहीं मिलता अपनी कमजोरियों को गुप्त रखना और उन्हें समय के साथ सुधारना ही सबसे बेहतर रणनीति है जिससे आप ना सिर्फ अपने दुश्मनों को मात दे सकते हैं।

 बल्कि अपनी कमजोरियों को अपनी ताकत में बदल सकते हैं चौथी चीज जो दुश्मन के सामने कभी नहीं करनी चाहिए वह है अत्यधिक भरोसा करना जैसे मैंने आप पर भरोसा किया कि आपने चैनल सब्सक्राइब कर लिया होगा पर देखो आपने नहीं किया है सबसे पहले तो मेरा भरोसा मत तोड़िए और चैनल को सब्सक्राइब करने के बाद वीडियो पसंद आ रही है तो लाइक भी कीजिए और समझिए कि चाणक्य नीति के अनुसार दुश्मनों पर कभी भी पूरी तरह से भरोसा नहीं करना चाहिए।

 चाहे वह कितने भी विश्वास पात्र क्यों ना लगे दुश्मन कभी भी आपके साथ धोखा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है और अगर आपने उस पर भरोसा किया तो आप उसकी चाल में फंस सकते हैं चाणक्य का मानना था कि दुश्मन आपका विश्वास जीतने के लिए आपको अच्छे व्यवहार से फंसाने की कोशिश कर सकता है और जब आप उस पर भरोसा कर लेते हैं तो वह आपके खिलाफ उसका इस्तेमाल करेगा।

 उदाहरण के लिए अगर आप अपने प्रतिस्पर्धी को किसी व्यापारिक सौदे में शामिल करते हैं और उस पर पूरी तरह से विश्वास करते हैं तो वह आपकी इस विश्वास का गलत फायदा उठाकर आपको धोखा दे सकता है इसलिए अपने दुश्मनों पर कभी भी पूरी तरह से भरोसा ना करें और हमेशा सतर्क रह चाणक्य कहते हैं कि दुश्मनों के प्रति सावधान रहना ही सबसे अच्छा तरीका है क्योंकि वे आपके भरोसे का फायदा उठाकर आपको हानि पहुंचा सकते हैं।

 जब आप दुश्मनों पर अंधविश्वास नहीं करते और हमेशा चौकन में रहते हैं तो आप उनकी हर चाल को समय रहते समझ सकते हैं और उनसे खुद को बचा सकते हैं दुश्मनों से निपटने में सावधानी और समझदारी ही सबसे बड़ी शक्ति है और यह आपको किसी भी बड़ी मुसीबत से बचा सकती है पांचवी चीज जो दुश्मन के सामने कभी नहीं करनी चाहिए वह है।

 अपनी उपलब्धियों का घ घमंड करना चाणक्य नीति के अनुसार अपनी उपलब्धियों और सफलताओं का घमंड दुश्मनों के सामने कभी नहीं करना चाहिए यह घमंड आपको कमजोर कर देता है और दुश्मन आपकी इस कमजोरी का फायदा उठाकर आपको मात दे सकता है जब आप अपनी सफलताओं का बखान करते हैं तो दुश्मन आपकी कमजोरियों की तलाश में लग जाता है और आपके खिलाफ एक मजबूत रणनीति बना सकता है उदाहरण के लिए अगर आप किसी व्यापारिक प्रतिद्वंदी के सामने अपनी उपलब्धियों का घमंड करते हैं तो वह आप आपकी कमजोरियों को खोजने और उनका उपयोग करने में जुट जाएगा।

 इसलिए दुश्मनों के सामने हमेशा विनम्र रहना चाहिए और अपनी सफलताओं को छिपा कर रखना चाहिए ताकि दुश्मन आपको कमजोर समझने की भूल ना करें चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति अपनी सफलताओं का घमंड नहीं करता वह अधिक स्थिर और मजबूत होता है क्योंकि उसकी विनम्रता दुश्मनों को भ्रमित कर देती है।

 जब आप विनम्र रहते हैं तो दुश्मन को यह समझ नहीं आता कि आपकी असली ताकत क्या है और वह आपके खिलाफ कोई ठोस योजना नहीं बना पाता इसीलिए हमेशा अपनी सफलताओं को अपने तक ही सीमित रखें और दुश्मनों के सामने इसे जाहिर ना होने दें।

Chanakya Quotes in hindi | Hindi Motivational Quotes 

 चाणक्य नीति के यह पांच महत्त्वपूर्ण उपाय आपको ना सिर्फ अपने दुश्मनों से बचने में मदद करेंगे बल्कि आपको एक सफल रणनीतिकार भी बनाएंगे चाहे आप व्यक्तिगत जीवन में हो या व्यवसायिक जीवन में इन बातों को ध्यान में रखकर आप किसी भी दुश्मन को बिना किसी संघर्ष के हरा सकते हैं।

 जब आप अपने दुश्मन के सामने अपने राज योजनाएं कमजोरियां भरोसे और घमंड को नियंत्रित रखते हैं तो आप उनके खिलाफ हमेशा एक कदम आगे रहते हैं चैनल को सब्सक्राइब कर लेना और इस   कहानी  को अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर कर देना। 

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