मौन रहना सिखों बिन मांगे सब मिलेगा | Krishna Motivational Speech In Hindi
मौन रहना सिखों बिन मांगे सब मिलेगा | Krishna Motivational Speech In Hindi .
हेलो दोस्तों आपका BEST LIFE HINDI चैनल में स्वागत है, वर्तमान अवस्था से मुक्त होना चाहते हो तो अपनी मानसिक दुर्बलता को दूर करो मजबूत मानसिक स्थिति के साथ ही परिवर्तनशील निर्णय लिए जा सकते हैं दूसरों को नियंत्रित करने वाला शक्तिशाली हो सकता है लेकिन स्वयं को नियंत्रित करने वाला उससे भी अधिक शक्तिशाली होता है।
Motivational Krishna speech in hindi | Motivational Speech In Hindi.
जो आप पाना चाहते हैं वह मांगने से नहीं मिलेगा आपको उसके लायक बनना होगा उस मनुष्य की ताकत का कोई मुकाबला नहीं कर सकता जिसके पास सब्र की ताकत हो गलत लोगों की हार उसी वक्त तय हो जाती है जब सही लोग अपने आप चुप हो जाते हैं।
यह आवश्यक नहीं कि हर स्थान पर हम उत्तर दें कुछ बातें हमें ईश्वर के ऊपर छोड़ देना चाहिए क्योंकि जब ईश्वर उत्तर देता है तो सारा संसार मौन होकर सुनता है जिंदगी को जंगल के उस पेड़ की तरह बनाओ जो हर परिस्थिति में मस्ती से झूमता रहे आप तब तक कभी नहीं समझ पाएंगे कि आपने किसी को क्या नुकसान पहुंचाया जब तक कि आपके साथ वही व्यवहार किया नहीं जाता इसी को कर्म कहते हैं।
जब कोई हाथ और साथ दोनों ही छोड़ देता है तब कुदरत कोई ना कोई उंगली पकड़ने वाला भेज देता है उसी का नाम कान्हा है परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है इसीलिए जो पीछे छूट गया उसका शोक मनाने की जगह जो आपके पास है उसका आनंद उठाना सीखिए किसी से किसी भी तरह की प्रतिस्पर्धा की आवश्यकता नहीं है आप स्वयं में जैसे हैं एकदम सही हैं स्वयं को स्वीकार ये जीवन मिलना भाग्य की बात है।
मृत्यु होना समय की बात है परंतु मृत्यु के बाद भी लोगों के हृदय में जीवित रहना यह तो कर्मों की बात है आपकी उपस्थिति से कोई व्यक्ति स्वयं के दुख भूल जाए तो यही आपकी उपस्थिति का महत्व है प्रसन्नता की अभिव्यक्ति व्यक्ति कहीं भी की जा सकती है परंतु पीड़ा को अभिव्यक्त करने के लिए कोई खास अपना चाहिए होता है।
भगवान से प्यार और इंसान से प्यार में क्या फर्क है इंसान से प्यार करने पर वह हमारी कमजोरी बन जाता है और भगवान से प्यार करने पर वह हमारी ताकत बन जाता है बांसुरी ना स्वर्ण की होती है ना रत्न की परंतु इनके स्वर हर किसी के मन को अपनी ओर खींच लेते हैं वैसे ही जब मनुष्य के वाणी और कर्म सुंदर हो तो उसे बाहरी बनावट की आवश्यकता नहीं बांसुरी की तरह वह भी ईश्वर को प्रिय होती है।
अगर आपकी समस्या जहाज जितनी बड़ी है तो भूले नहीं प्रभु कृपा सागर जितनी बड़ी है प्रसन्नता के लिए बहुत कुछ एकत्र करना पड़ता है ऐसा हम समझते हैं किंतु वास्तविकता में प्रसन्नता के लिए बहुत कुछ छोड़ना पड़ता है ऐसा अनुभव कहता है मनुष्य या कोई भी जीव अपने भाग्य का निर्माता खुद होता है जो जैसा कर्म करता है उसका वैसा ही भाग्य बन जाता है।
परम सौभाग्यशाली वह होते हैं जिनके पास भोजन के साथ भूख भी हो बिस्तर के साथ नींद भी हो धन के साथ धर्म भी हो और विशिष्टता के साथ शिष्टता भी हो अहंकार मनुष्य से वह सब करवाता है जो अंत में उसी के विनाश का कारण बनता है इसलिए जीवन में जितना जल्दी हो सके अपना अहंकार त्याग दे दृढ़ इच्छा शक्ति वह शस्त्र है।
जिसके साथ तुम्हारे ध्यान और क्षमता में आश्चर्य जनक परिवर्तन आता है कलयुग चल रहा है इसलिए यह विचार दिल से निकाल दीजिए कि बिना मतलब के कोई आपसे रिश्ता रखेगा अपने पास ऐसा जरूर कुछ बचा कर रखिए कि लोग उसे पाने के लिए आपसे जुड़े रहे खुद को खाली मत होने देना क्योंकि लोग खाली चीजों को कचरे के डिब्बे में डाल देते हैं ज्यादा खुश होने पर और ज्यादा दुखी होने पर निर्णय नहीं लेना चाहिए क्योंकि यह दोनों परिस्थितियां आपको सही निर्णय नहीं लेने देती हैं।
जो आपसे जलते हैं उनसे घृणा मत कीजिए क्योंकि यही तो वह लोग हैं जो यह स्वीकार कर चुके हैं कि आप उनसे बेहतर है किसी को डर है कि भगवान देख रहे हैं और किसी को विश्वास है कि भगवान देख रहे हैं जो व्यक्ति स्पष्ट साफ सीधी बात करता है उसकी वाणी तीव्र एवं कठोर होती जरूर है लेकिन ऐसा व्यक्ति कभी किसी से छल नहीं करता आंख में पड़ा हुआ तिनका पैर में चुभा हुआ और रुई में दबी हुई आग से भी ज्यादा भयानक है।
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| Krishna Motivational Speech In Hindi |
हृदय में छुपा हुआ कपट ना डरना अहंकार ना कोई ठोर ठिकाना माटी था मैं माटी ही हूं और फिर माटी हो जाना हमें अपनी गलतियों की सजा तुरंत भले ही ना मिले पर समय के साथ कभी ना कभी मिलती जरूर है जिंदगी को हमेशा मुस्कुरा कर गुजारो क्योंकि आप नहीं जानते ये कितनी बाकी है सुख में 100 मिले दुख में मिले ना एक साथ कष्ट में जो रहे वही मित्र है नेक दूसरा कितना बुरा है।
इसका अंदाजा हर कोई लगा लेता है लेकिन खुद कितने बुरे हैं इसका अंदाजा किसी को नहीं है लोग अफसोस से कहते हैं कि कोई किसी का नहीं और खुद खुद से पूछना भूल जाते हैं कि हम किसके हैं गीता में श्री कृष्ण ने कहा है जो लोग तुम्हारी बुराई करते हैं करेंगे चाहे तुम अच्छा करो या बुरा इसलिए शांत रहकर अपना कर्म करते रहो निंदा से मत घबराओ निंदा उसी की होती है जो जिंदा है।
मरने के बाद तो सिर्फ तारीफ होती है अन्य को नियंत्रित करने के स्थान पर जिस दिन तुम स्वयं को नियंत्रित करना सीख लोगे तुम्हारे अधिकतर दुखों का अंत स्वत ही हो जाएगा गुरु से ज्ञान सीखो पिता से संघर्ष सीखो और मां से संस्कार बाकी जो बचा है व यह दुनिया सिखा देगी प्रेमिका को खुश देखने के लिए उसे अपने प्रेम से मुक्त कर देना भी अनंत प्रेम का एक प्रमाण है।
कोई आपको गलत समझे तो उसे प्रतिक्रिया शब्दों से नहीं अपने उत्तम कर्मों से दो क्योंकि कर्म की ध्वनि शब्दों से कई गुना ज्यादा प्रखर होगी समय मनुष्य के बनाए मार्गों पर नहीं चलता मनुष्य को समय के दिखाए मार्गों पर चलना पड़ता है इसी को नियति कहते हैं वह व्यक्ति जो किसी के हृदय में विपरीत परिस्थिति से लड़ने का साहस जागृत करता है।
उस सबसे बड़ा वैद्य हो है स्वार्थ से रिश्ते बनाने की कितनी भी कोशिश करें वह कभी नहीं बनते और प्रेम से बने रिश्तों को कितना भी तोड़ने की कोशिश करें वह कभी नहीं टूटते निश्छल प्रेम और अखंड भक्ति दिव्या को प्राप्त करने का सबसे सरल माध्यम है सच्चा प्रेम अकेलेपन में भी प्रेम का आभास दिलाता है जबकि दिखावे का प्रेम साथ रहकर भी अकेलेपन का एहसास कर देता है।
समय कभी नहीं रुकता आज यदि बुरा चल रहा है तो कल अवश्य अच्छा आएगा मनुष्य परायो से मिला सम्मान और अपनों से मिला अपमान कभी नहीं भूलता जीवन में हर मौके का फायदा उठाइए परंतु किसीसी की मजबूरी का नहीं जब समस्याओं पर ध्यान लगाओगे तो लक्ष्य दिखना बंद हो जाएगा जब लक्ष्य पर ध्यान लगाओगे तो समस्याएं दिखनी बंद हो जाएंगी।
कर्म ऐसे होने चाहिए कि तुम्हारा स्थान किसी के श्राप में नहीं प्रार्थना हों में हो झूठे पर विश्वास और विश्वस्त पर भी विश्वास सहसा नहीं करना चाहिए जो लोग मन में उतरते हैं उन्हें संभाल कर रखिए और जो लोग मन से उतरते हैं उनसे संभल कर रही है चक्रव्यू रचने वाले हमेशा अपने ही होते हैं।
कल भी यह सत्य था आज भी यह सत्य है केवल आत्मविश्वास होना चाहिए जिंदगी तो कहीं से भी शुरू हो सकती है हर दुख के समय के बाद सुख का समय अवश्य आता है असफल लोगों के पास बैठा करो उनके पास अहंकार नहीं अनुभव होता है हर समस्या का हल ढूंढा जा सकता है।
अगर शांत दिमाग से उस पर विचार करें तो किसी ने ईश्वर से पूछा तुम्हारे सबसे नजदीक कौन है ईश्वर ने कहा वह इंसान जिसके पास बदला लेने की शक्ति हो और उसने फिर भी माफ कर दिया हो सदैव ईश्वर पर विश्वास रखिए तुम्हें उससे उत्तम ही प्राप्त होगा।
प्रेम का लक्ष्य मिलन होना परंतु अनंत काल तक एक दूसरे के हृदय में सम्माननीय बने रहना होना चाहिए खुशियां चाहे किसी के साथ भी बांट लो पर गम हमसा भरोसेमंद इंसान के साथ बांटना चाहिए पीड़ा जीवन का अभिन्न अंग है पीड़ा को बिना स्वीकार जीवन की परिकल्पना संभव ही नहीं मैं हर रूप में तुम्हारे लिए आता हूं मुझे ढूंढो मत केवल पहचानो जब हम अपनी चिंता को आस्था में परिवर्तित कर देते हैं।
तब ईश्वर भी हमारे संघर्ष को को आशीर्वाद में परिवर्तित कर देते हैं अपमान प्रेम की गरिमा को भंग करता है तुमसे प्रेम करने वाला कभी भी तुम्हारा अपमान नहीं कर सकता जो जितना शांत होता है वह उतना ही अधिक बुद्धि का प्रयोग करता है धैर्य रखना निराश मत होना कभी क्योंकि जिसने तुमको लिखा है वह ब्रह्मांड का सबसे बड़ा लेखक है।
जब ठोकरें खाकर भी ना गिरे तो समझ लेना उस ईश्वर ने थाम रखा है किसी के दिल को इतना मत दुखाओ कि उसके अंदर रहने वाला परमात्मा भी दुखी हो उठे शांत बने रहो जब तक तुम्हारा सही वक्त नहीं आ जाता दौलत सिर्फ रहन सहन का तरीका बदल सकती है बुद्धि नियति और तकदीर नहीं संसार में तुम्हारा अपना कोई नहीं है सब अपने स्वार्थ के ही तुमसे जुड़े हुए हैं और जब तक इंसान को इस बात का एहसास नहीं होता है।
तब तक उसमें परमात्मा के प्रति प्रेम और विश्वास नहीं उत्पन्न होता है किसी भी व्यक्ति को अच्छे से जाने बिना दूसरों की बातें सुनकर उसके प्रति कोई धारणा बना लेना मूर्खता है किसी को जिंदगी में उतनी ही जगह दो जितनी कि वह तुम्हें देता है ।
वरना या तो तुम खुद रोगे या वह तुम्हें रुलाएगा सिर्फ अपनी नहीं बल्कि दूसरों की गलतियों से भी सीखो क्योंकि लक्ष्य बड़ा है और समय कम कोई भी कठिनाई मनुष्य के साहस से बड़ी नहीं होती हार तो तब होती है जब मनुष्य अपने साहस से हार जाता है।
Krishna positive thoughts | श्रीं कृष्णा
जीवन एक महाभारत है यहां कर्ण जैसे मित्र चुनने पड़ते हैं कृष्ण जैसे मार्गदर्शक और खुद अर्जुन जैसे सर्वश्रेष्ठ होकर लड़ना पड़ता है मूर्ख दूसरों पर हंसते हैं बुद्धिमान खुद पर हंसते हैं चिंता करना छोड़ दो क्योंकि अंत में सब ठीक हो जाता है और अगर ठीक ना हो तो यह समझ लो कि अभी अंत नहीं हुआ है।
खुशियां चंदन की तरह होती है दूसरों के माथे पर लगाओ तो उंगलियां अपनी महकती हैं किसी का भला ना हो सके तो बुरा भी मत करो क्योंकि दुनिया कमजोर है लेकिन दुनिया बनाने वाला नहीं जिसकी गति और रति सत्य की हो उसका रथ आज भी श्री कृष्ण चलाते हैं जब भगवान मनुष्य की परीक्षा लेते हैं।
तब वह मनुष्य का सामर्थ्य भी बढ़ा देते हैं ताकि वह अधिक बुद्धिमान हो और ताकतवर बने स्त्री का अर्थ केवल सौंदर्य और करुणा ही नहीं अभी तो वह प्रचंड होता भी है जो आवश्यकता पड़ने पर सबको ध्वस्त भी कर दे दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है।
जब समझ जा है तो वक्त निकल जाता है अंतरात्मा को कुछ गलत लगे तो उस पर विचार अवश्य करना क्योंकि यह अंत आत्मा ही है जो तुम्हारी वास्तविकता भली भांति जानती है।
लंबे समय तक भावनाओं पर काबू पाने की असमर्थता ही हताशा को जन्म देती है जिस व्यक्ति के मन में हर समय केवल परमात्मा ही बसे हैं और उनसे बढ़कर दुनिया में उसके लिए अन्य कोई ना हो वही भक्त है भगवान कह रहे हैं कि जो भक्त केवल मेरा ही हर पल चिंतन करते हुए अन्य कोई भी भाव को अपने भीतर नहीं लाता और केवल मेरा ही पूजन करता है।
ऐसे निरंतर परमात्मा से जुड़े साधकों की साधना की रक्षा मैं स्वयं कर हूं जीवन में कुछ स्मृतियों का स्मरण आवश्यक होता है बहुत पीड़ा पाते हैं वह जिन्हें सब कुछ स्मरण रहता है षडयंत्र से सफलता हासिल की जा सकती है लेकिन श्रेष्ठता नहीं प्रेम व निर्भीक भाव है जो बल या भय के अधीन नहीं होता बलपूर्वक आप किसी को अपने अधीन कर सकते हैं परंतु उसके हृदय को नहीं जीत निश्चित हो तो कायर भी जंग लड़ लेता है।
बहादुर तो वह लोग हैं जो हार निश्चित हो फिर भी मैदान नहीं छोड़ते यह रिश्ते भी अजीब है बिना विश्वास के शुरू नहीं होते और बिना धोखे के खत्म नहीं होते कई बार संबंध संदेह से भी खत्म हो जाते हैं आवश्यक नहीं किसी के लिए लगाया गया हमारा गलत अनुमान हर बार सही हो हम सब आत्माएं हैं और यह जिंदगी हम आत्माओं के लिए एक इम्तिहान है।
अपने अंदर से अपने सबसे अच्छे स्वरूप को बाहर निकालने का छोटी सी उंगली पर पूरा गोवर्धन पर्वत उठा लेने वाले श्री कृष्ण बांसुरी को दोनों हाथों से पकड़ते हैं बस इतना ही अंतर है पराक्रम और प्रेम में स्वीकार करने की हिम्मत और सुधार करने की नियत हो तो इंसान बहुत कुछ सीख सकता है।
हमें कितने लोग पहचानते हैं यह मायने नहीं रखता क्यों पहचानते हैं यह मायने रखता है राधे राधे एक उत्तम जीवन के लिए यह स्वीकार करना आवश्यक कि सबको सब कुछ कुछ नहीं मिल सकता खुद से बहस करोगे तो सारे सवाल सुलझ जाएंगे अगर दूसरों से करोगे तो और नए सवाल खड़े हो जाएंगे।
जब मनुष्य अपनी गलती का वकील और दूसरों की गलतियों का जज बन जाता है तो जीवन में फैसले नहीं फासले हो जाते हैं मिटाने से मिटते नहीं ये भाग्य के लेख कर्म अच्छे तू करता चल फिर ईश्वर की महिमा देख उससे मत डरो जो वास्तविक नहीं है ना कभी था ना कभी होगा।
जो वास्तविक है वह हमेशा था और उसे कभी नष्ट नहीं किया जा सकता एक बार अर्जुन ने श्री कृष्ण से कहा इस दीवार पर कुछ ऐसा लिखो कि खुशी में पढ़ूं तो दुख हो और दुख में पढ़ूं तो खुशी हो प्रभु ने लिखा यह वक्त गुजर जाएगा जाति पाति कुल धर्म बड़ाई धर्म बल कुटुंब गुण और चरित्र इन सबके होने पर भी भक्ति से रहित मनुष्य कैसा लगता है।
जैसे जल हीन बादल शोभा हीन दिखाई पड़ता है जो व्यक्ति किसी की नजर में बुरा नहीं है समझ जाना वह चालाक है और वह किसी का सगा नहीं है रावण ने कैलाश पर्वत उठा लिया था वह केवल शिव की भक्ति के कारण बाकी अहंकार से तो अंगत का पांव भी नहीं उठा पाया था ।
जय श्री राम वह देखता समय बस फैसले कुछ देर से करता है तुम्हें तुम्हारे हक का एक दिन जरूर मिलेगा लोभी को वस्तु भेंट करर शक्तिशाली को हाथ जोड़कर मूर्ख को स देकर और विद्वान को सच बोलकर संतुष्ट किया जाता है।
सुनी सुनाई बातों पर मुझे विश्वास नहीं क्योंकि लोग आपको वह बातें नहीं बताते जिसमें वह खुद गद्दार थे उत्तरदायित्व का मतलब है कि आप जीवन में जिस भी स्थिति में हो अपनी सर्वोत्तम क्षमता से उस स्थिति का सामना करना अपने पापों के फल से तो गंगापुत्र भीष्म भी ना बच पाए और तुम सोचते हो कि केवल गंगा नहाने से तुम रे पाप धुल जाएंगे व मां जो बालपन में आपके हर अनकहे भाव को समझ लेती है।
प्रयास कीजिए जीवन में कभी भी उन्हें अपनी खुशियों के लिए आपके समक्ष याचना करनी पड़े जिसे अकेले में रोकर चुप होना और अपना दर्द छुपाना आता है वह इंसान आज दुनिया में सबसे ताकतवर है परमात्मा केवल एक ही भाषा को समझता है।
मौन भोजन की कीमत भूख से होती है और प्रभु की कीमत दुख से होती है अहंकार में डूबे इंसान को ना तो खुद की गलतियां दिखाई देती हैं और ना ही दूसरों की अच्छी बात है।
कभी-कभी किसी इंसान का मोह व्यक्ति को इस तरह से घेर लेता है कि उसे ब्रह्म स्वीकार होता है परंतु रिश्ते के खत्म होने का सत्य नहीं प्रकृति के प्रति जागृत होना सीखिए अगर आप यह नहीं सीखते तो प्रकृति आपको बहुत क्रूरता से सिखाएगी संबंधों की सिलाई अगर भावनाओं से हुई है तो टूटना मुश्किल है और अगर स्वार्थ से हुई है तो टिकना मुश्किल है।
जब भी विनाश होने का प्रारंभ होता है शुरुआत वाणी के संयम खोने से होती है अगर लोग तुम्हारी निंदा करते हैं तो उनका धन्यवाद करो क्योंकि वही तो तुम्हें बार-बार याद दिलाते हैं कि तुम्हें क्या करना है किसी की याद अगर बार-बार सताए तो समझ लेना कि उसके हृदय में भी तुम ही हो जो रिश्ता हमें रुला दे उससे गहरा कोई और रिश्ता नहीं और जो रिश्ता हमें रोते हुए छोड़ दे उससे कमजोर कोई और रिश्ता नहीं।
एक सच्चे मित्र का साथ असमर्थता हों में भी संभावनाएं लेकर आता है प्रशंसा हृदय से हस्तक्षेप मस्तिष्क से और प्रतिक्रिया विवेक से करने में ही समझदारी है अन्यथा मौन ही सर्वोत्तम है गीता में लिखा है।
तुम इस संसार में किसी खोने से डर रहे हो जबकि इस संसार में तुम्हारा कुछ है ही नहीं जीवन बहुत छोटा है इसे जियो प्रेम दुर्लभ है उसे पकड़ कर रखो क्रोध बहुत खराब है उसे दबा कर रखो भय बहुत भयानक है।
उसका सामना करो स्मृतियां बहुत सुखद हैं उन्हें संजो कर रखो अगर आपके पास मन की शांति है तो समझ लेना आप भाग्यशाली हैं जब आप अकेले में भी मुस्कुराने लगे तो समझ ले कि आप वाकई बहुत खुश है स्मृतियां अच्छी भी होती हैं और बुरी भी यह आपके कर्मों पर निर्भर करता है कि आप किसी के हृदय पर किस तरह का प्रभाव छोड़ जाते हैं ।
दूसरों के बारे में जैसी आपकी सोच रहेगी वैसी ही सोच लोग आपके बारे में रखेंगे अर्थात तात्पर्य यह है कि जैसी सोच आप खुद के लिए चाहते हैं वैसी ही सोच दूसरों के बारे में रखें अपने शब्दों को सुंदर रखिए क्योंकि व्यक्ति चले जाते हैं परंतु उनके कहे शब्द रह जाते हैं।
सत्य कभी दावा नहीं करता कि मैं सत्य हूं किंतु झूठ हमेशा दावा करता है कि केवल मैं ही सत्य हूं रावण ब्राह्मण होकर भी असुर बन गया और शबरी दलित होकर भी देवी आपकी नियति सिर्फ आपके कर्मों से तय की जाती है जन्म और जाति से नहीं तुलसी भरोसे राम के निर्भय होकर सोए अनहोनी होनी नहीं राम करें सो होए श्री राम ने बहुत से बलिदान देकर प्रजा को संतुष्ट करना चाहा लेकिन प्रजा संतुष्ट नहीं हुई सीख लोगों को खुश करने के लिए अपनों को दुख मत दो प्यार में ताकत है।
दुनिया को झुकाने की वरना क्या आवश्यकता थी श्री राम को झूठे बैर खाने की त्याग दी सब खुशियां पिता का मान रखने के लिए राम जी ने बहुत कुछ खोया श्री राम बनने के लिए दोस्तों याद रखना मान तो 9 महीने बच्चे को पालती है लेकिन बाप जिंदगी भर बच्चे को पालता है मां तो सिर्फ सोचती है आज मेरा बेटा कैसे खाना खाएगा लेकिन बाप सोचता है मेरा बेटा जिंदगी भर कैसे खाना खाएगा।
बाप आप की असली दौलत तो आप हो तो कभी बाप का दिल मत दुखाना शक्ति चाहिए तो ध्यान हासिल करो और सम्मान चाहिए तो चरित्र अच्छा करो रावण अपने बेटे से कहता है जो बीत गया बुद्धिमान उसका शौक नहीं करते कर्म योगी की भविष्य की चिंता नहीं करते बुद्धिमान यह ध्यान देते हैं कि अभी क्या करना है अर्थात जिन्हें अपनी मेहनत पर यकीन होता है।
वह भविष्य की चिंता नहीं करते और अभी क्या करना है उस पर ध्यान केंद्रित करते हैं सीता हरण के बाद मंदोदरी ने रावण से पूछा कि आप चाहते तो राम का वेष बनाकर आसानी से सीता को ला सकते थे पर आपने साधु का वेष ही क्यों लिया रावण को जब मैंने राम के वेश के बारे में सोचा तब हर स्त्री मुझे मां जैसी दिखी इसलिए मैंने वह रूप त्याग दिया पर साधु के रूप में मैं समाज को यह दिखाना चाहता था कि जिस रूप पर आपका सर्वाधिक विश्वास है।
वह ऐसा भी हो सकता है संसार में कोई भी मनुष्य सर्वगुण संपन्न नहीं होता इसलिए कुछ कमियों को नजरअंदाज करके रिश्ते बनाए रखिए लड़ाने और भड़काने वालों से संभल के रहे उनका कुछ नहीं बिगड़ता लेकिन लड़ने वालों का सर्वनाश हो जाता है मेघनाथ की यह बात दिल छू गई जब माता ने मेघनाथ से कहा पुत्र भगवान की शरण में चले जाओ तब मेघनाथ ने कहा पिता के लिए सब कुछ छोड़ना तो स्वयं श्री राम ने सिखाया है।
महत्त्वपूर्ण यह नहीं कि रावण विद्वान था महत्त्वपूर्ण यह है कि एक विद्वान भी रावण हो सकता है आप कोई भी काम करें तो उसे कर्तव्य भाव से करें प्रशंसा की अपेक्षा ना रखें प्रशंसा की इच्छा हमेशा काम से विचलित करती है।
मुमकिन नहीं हर वक्त मेहरबान रहे जिदंगी कुछ लमहे जीने का तजुर्बा भी सिखाते हैं एक चीज जो रोज घट रही है वह है आयु एक चीज जो रोज बढ़ रही है वो है तृष्णा एक चीज जो सदा एक सी रहती है व है विधि का विधान विधाता की अदालत में वकालत बड़ी प्यारी है खामोश रहिए कर्म कीजिए।
आपका मुकदमा जारी है अपने कर्म पर विश्वास रखिए राशियों पर नहीं राशि तो राम और रावण की भी एक ही थी लेकिन नियति ने उन्हें फल उनके कर्म अनुसार दिया जिस नाम से पत्थर भी तैर जाते हैं जिस नाम से पापी भी बैकुंठ को पा जाते हैं यही है जीवन का आधार प्रेम से बोलो जय श्री राम पतिव्रता स्त्री के आंसू धरती पर बेकार नहीं गिरते वे उनका विनाश करते हैं।
जिनके कारण वश वे आंखों से बाहर निकले हैं हाथ में तलवार है वाणी की भी धार है फिर भी रहते शांत हैं क्योंकि श्री राम के संस्कार हैं ढूंढा तो राजा जनक ने भी अपनी पुत्री सीता के लिए राज परिवार ही था पर सारी उम्र सुख ना पाया इसी कारण मां बाप व्यर्थ चिंता में ना पड़े क्योंकि कर्म का लिखा नहीं मिटता अपनों से जरा सावधान रहना क्योंकि रावण राम से नहीं विभीषण की वजह से हारा था।
किस मिट्टी के बने थे वोह लोग जो अपनों की चिट्ठियों का महीनों इंतजार किया करते थे आजकल तो कुछ दिन बाद ना करो तो लोग रिश्ते ही बदल लेते हैं एक कबाड़ी वाले से सीखते हैं सारा सामान लिया पर भगवान का तस्वीर छोड़ गया पूछा यह क्यों नहीं लिया बहुत खूबसूरत जवाब भगवान को बेचने की आपकी औकात होगी पर मेरी खरीदने की औकात नहीं है।
थक जाता है होश में रहते रहते दर्द सहते सहते सब्र उम्मीद रखते रखते रिश्ते निभाते निभाते सफाई देते देते और अपनों को मनाते मनाते घर बदल जाए या समय बदल जाए कोई कम नहीं लेकिन सबसे ज्यादा दुख तो तब होता है जब कोई अपना बदल जाता है सच्चे रिश्तों की खूबसूरती एक दूसरे की गलतियां बर्दाश्त करने में है क्योंकि बिना कमी का इंसान तलाश करने निकलोगे तो अकेले ही रह जाओगे।
सारा दर्द मुझे ही सौंप दिया ऊपर वाले को मुझ पर कितना भरोसा था मौत एक बार मारती है और जिंदगी बार मारती है आपने बहुत सी बार देखा होगा और महसूस भी किया होगा कि आप किसी मुश्किल या मुसीबत में फंसे हुए हैं और उस मुश्किल या मुसीबत से निकलने का कोई रास्ता नहीं दिखाई दे रहा है।
उस वक्त आप हिम्मत हारने वाले होते हैं या लगभग हार चुके होते हैं और उस स्थिति में आपको सभी देवी देवता अल्लाह भगवान खुदा सब याद आ जाते हैं और जब आप बिल्कुल टूटकर बिखरने वाले होते हैं तभी कोई व्यक्ति या कोई ना कोई आशा की किरण आपकी जिंदगी में आती है और आपको उस मुश्किल उस मुसीबत से निकाल देती है चलो एक उदाहरण से समझाता हूं।
सपोज करो कि आप कहीं जा रहे हैं और किसी ऐसी जगह पर आपकी गाड़ी खराब हो जाए जहां जंगल हो सुनसान रास्ता हो और डरावनी रात का अंधेरा हो और आपके मोबाइल में नेटवर्क नहीं आ रहा हो या मोबाइल की बैटरी डाउन हो या मोबाइल का बैलेंस ही खत्म हो जाए मतलब आप किसी से कांटेक्ट नहीं कर पा रहे हो और उधर से कोई भी गुजर ना रहा हो या एक दो गुजरे भी तो उन्होंने आपकी मदद नहीं की अब सोचो उस स्थिति में आपकी क्या हालत होगी।
एक तो रात ऊपर से बदमा डके तों का डर और जंगली जानवरों का डर अलग से अब जरा सी आहट ही आपकी जान निकालने के लिए काफी है आपको साक्षात यमराज सामने दिखाई देने लगेंगे अल्लाह खुदा भगवान ईश्वर सभी एक साथ याद आने लगेंगे और जुबान पर सिर्फ एक ही बात होगी कि हे मेरे मालिक हे मेरे भगवान बस मुझे एक बार इस मुश्किल से निकालकर सही सलामत घर पहुंचा दे कुछ लोग तो मन्नत तक मांग लेते हैं।
आपका खून सूखने वाला ही होता है कि तभी कोई आपके पास आकर रुकता है और आपकी मदद करता है जिससे आप सही सलामत घर पहुंच जाते हैं और घर पहुंचकर आप उस व्यक्ति को बार-बार धन्यवाद देते हैं।
अब यहां पर एक बात सोचने वाली है क्या वह व्यक्ति अपनी मर्जी से आया था क्या उसका आना एक इत्तेफाक था या उसे उस रब ने उस मालिक ने उस भगवान उस खुदा ने आपके पास भेजा था जहां तक मेरा मानना है उसे उस मालिक उस भगवान ने आपके पास भेजा था।
ताकि आप उस मुश्किल उस मुसीबत से निकल सके क्योंकि ईश्वर सभी जगह नहीं आ सकते वह आपकी मदद करने के लिए किसी ना किसी को आपके पास भेज देते हैं यह तो मात्र एक उदाहरण था इसी तरह की बहुत सी बातें हमारी जिंदगी में होती हैं मित्रता कोई स्वार्थ नहीं बल्कि एक विश्वास है।
जहां सुख में हंसी मजाक से लेकर संकट में साथ देने की जिम्मेदारी होती है यहां झूठे वादे नहीं बल्कि सच्ची कोशिशें की जाती है सच्ची बात बोलने वाला और सही राह पर चलने वाला इंसान हमेशा दुनिया को कड़वा लगता है पर शहंशाह चाहे जितना भी कर लेकिन अपमान बहुत सोच समझकर करना चाहिए।
लगन छोटा सा शब्द है लेकिन जिसे लग जाती है उसका जीवन बदल जाता है जब रिश्ते रुलाने लगे तो उसे नजरअंदाज करना सीखो जिंदगी बहुत आसान हो जाएगी दुख आने से पहले ही दुखी होने वाला व्यक्ति आवश्यकता से अधिक दुख भोगता है।
असफलताएं जीवन का एक हिस्सा है अगर आप कभी असफल नहीं होंगे तो आप कभी सीखेंगे नहीं और जब आप सीखेंगे नहीं परिणाम स्वरूप आप में बदलाव नहीं आएगा और ना ही आप नई चीजें सीख पाएंगे इसलिए जीवन में असफलताएं बहुत महत्त्वपूर्ण हैं वक्त से लड़कर जो नसीब बदल दे इंसान वही जो तकदीर बदल दे कल का क्या होगा।
कभी मत सोचो क्या पता कल खुद अपनी तस्वीर बदल दे इन पांच जगहों पर हमेशा चुप रहिए पहला जहां आपके शब्दों की कोई कीमत नहीं दूसरा जहां बोलने के बाद आपको पछतावा ना करना पड़े तीसरा अगर आपके बोलने से किसी का दिल दुखता है।
चौथा अगर आप गुस्से में हो क्योंकि गुस्से में इंसान बिना सोचे समझे कुछ भी बोल देता है और पांचवा जहां आपके समझदारी से कोई सुनने वाला ना हो किसी का कष्ट देखकर अगर तुम्हें भी कष्ट होता है तो समझ लेना तुम्हारी आत्मा में परमात्मा विराजमान है सिर्फ सुकून ढूंढिए जरूरतें कभी पूरी नहीं होती जिंदगी में सारा झगड़ा ख्वाहिशों का है ना तो किसी को कम चाहिए और ना ही किसी को गम चाहिए।
जिसके इरादे हमेशा साफ होते हैं कई बार लोग उसके ही खिलाफ होते हैं झूठ की खरीदारी ज्यादा दिन तक नहीं टिक सकती सच एक ही सही अंत तक साथ दे दें किसी इंसान के आज को देखकर उसके भविष्य का मजाक मत उड़ाओ क्योंकि समय में इतनी शक्ति है कि वह कोयले को भी धीरे-धीरे हीरे में बदल देता है समय जब फैस करता है तो गवाहों की जरूरत नहीं होती इंसान का काम तमाम करने वाला शब्द है।
कल करोगे ना तो अधिक बोलना अच्छा है ना ही जरूरत से ज्यादा चुप रहना जैसे बहुत अधिक वर्षा होना भी अच्छा नहीं वैसे बहुत अधिक धूप भी अच्छी नहीं होती विचार कीजिए जब हमारा जन्म हमारी मर्जी से नहीं होता तो मरण भी हमारी मर्जी से नहीं होता तो इस जन्म मरण के बीच में होने वाली सारी व्यवस्था हमारी मर्जी से कैसे हो सकती है।
जिंदगी में हर मौके का फायदा उठाऊं पर किसी की मजबूरी का नहीं अगर जिंदगी मौका देती है तो धोखा भी देती है आज के जमाने में सूखी होना तो स्वार्थी बनना पड़ेगा यह हम नहीं इस युग की हकीकत है जो हमारे जज्बातों की कद्र नहीं कर सकते उनके पीछे पागल होना प्यार नहीं बेवकूफी है।
हवाएं अगर मौसम का रुख बदल सकती हैं तो दुआएं भी मुसीबत का पल जरूर बदल सकती हैं जो दिल में है उसे कहने की हिम्मत रखो जो दूसरे के दिल में है उसे समझने की समझ रखो रिश्ते कभी नहीं टूटेंगे अपने लगन धैर्य हिम्मत और सकारात्मक विचारों के सहारे इंसान अनेक विकट परिस्थितियों में भी सफलता पूर्वक बाहर आ सकता है।
यह एक निश्चित बात है कि आप काम खत्म नहीं कर सकते अगर आप काम शुरू नहीं करेंगे किसी भी काम का सबसे कठिन हिस्सा काम को शुरू करना है कभी हार मत मानो आज कठिन है कल बदतर होगा लेकिन कल के दिन के बाद सुनहरा होगा अगर इंसान में कुछ करने की इच्छा हो तो दुनिया में कुछ असंभव नहीं है।
जहां दूसरों को समझना मुश्किल हो जाए वहां खुद को समझा लेना ही बेहतर है यह कहानी एक स्टैंड अप कॉमेडियन की एक ऐसा स्टैंड अप कॉमेडियन जो बड़ा पॉपुलर होता जा रहा था उसके शोज के लिए भीड़ लगती थी टिकट्स के लिए मारामारी होती थी लोग चाहते थे कि एक बार जाकर के सेल्फी क्लिक करवा ले एक बार जाकर के उससे मिल ले ले धीरे-धीरे उसकी पॉपुलर बढ़ती चली जा रही थी।
कई सारी मैगजीन उसका इंटरव्यू करना चाहती थी एक बार एक मैगजीन को उसने अपॉइंटमेंट दी रिपोर्टर आया और आकर के सवाल जवाब करने लगा जैसा कि होता है हर इंटरव्यू में सामने वाले को मालूम नहीं होता कि उससे क्या-क्या पूछा जा सकता है वैसे ही एक बाउंसर इस मैगजीन के रिपोर्टर ने स्टैंड अप कॉमेडियन की तरफ दे मारा उसने बोला कि सर एक बात बताइए।
आप ऐसा कौन सा रिकॉर्ड है जिसे तोड़ना चाहते हैं अब इस स्टैंड अप कॉमेडियन के पास में कोई जवाब नहीं था इसने कुछ सोचा भी नहीं था तो इसने कहा कि भाई ऐसा कुछ तो मैंने सोचा नहीं है तो रिपोर्टर ने कहा कि सर कुछ तो बताइए मतलब कुछ तो हमें लिखना होगा कुछ तो हमें बताना होगा फिर स्टैंड अप कॉमेडियन ने काफी सोचा और बोला कि एक रिकॉर्ड है।
जिसे मैं तोड़ना चाहता हूं एक मिनट में सबसे ज्यादा वर्ड्स बोलने का रिपोर्टर ने फटा फटाफट से वह जवाब लिख दिया मैगजीन छप गई इंटरव्यू आ गया काफी लोगों ने पढ़ा न्यूज चैनल्स ने उसको देखा तो उनको लगा न्यूज़ चैनल वालों को कि यह तो बहुत बड़ा मुद्दा हो सकता है।
न्यूज चैनल ने डिबेट चला दी कि क्या कोई बंदा एक मिनट में सबसे ज्यादा वर्ड्स बोल सकता है इस बात पर पोल होने लगा सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग होने लगा इस स्टैंड अप कमेडियम के लिए बहुत बड़ी आफत आ गई यह सब देख रहा था।
इसको लग रहा था कि क्या ड चालू हो गया तभी इसके पास में एक न्यूज चैनल से कॉल आता है और वहां से कॉल पर कहा जाता है कि सर आज शाम 8 बजे आपको खुला चैलेंज दिया गया है हमारे शो में आइए और एक मिनट में सबसे ज्यादा वर्ड्स बोलकर दिखाइए इसको लग रहा था कि यह क्या मुसीबत आ गई क्या किया जाए ओपन चैलेंज चल रहा है।
जाना तो पड़ेगा रात 8 बजे से पहले 7:30 के लगभग इसके घर के बाहर न्यूज चैनल की गाड़ी आ गई इसको लेने के लिए गाड़ी में बैठा धक धक कर रहा था इसका दिल समझ नहीं आ रहा था कि होगा क्या यह यही सोच रहा था कि हार गया तो क्या होगा हार गया तो क्या होगा हार गया तो क्या होगा न्यूज चैनल के ऑफिस के बाहर पहुंचा गाड़ी से बाहर निकला और सोचने लगा कि हार गया तो क्या होगा।
जैसे जैसे इसके कदम अंदर की तरफ बढ़ रहे थे यह अपनी सोच को ी धीरे धीरे बदल रहा था फिर इसने सोचा कि हार गया तो क्या होगा क्या हो जाएगा ज्यादा से ज्यादा यह होगा कि लोग कहेंगे कि फालतू की बातें करता है इसने जबरदस्ती इतनी बड़ी फेक दी कि मैं एक मिनट में सबसे ज्यादा वर्ड्स बोलने का रिकॉर्ड तोड़ दूंगा क्या होगा लोग मेरे बारे में थोड़े टाइम के लिए बुरा कह देंगे इससे ज्यादा बुरा कुछ नहीं हो सकता।
यह बंदा स्टैंड अप कॉमेडियन स्टूडियो में पहुंचा शो शुरू होने वाला था 8 बजने वाले थे इसने एक बार फिर से सोचा और अबकी बार सोचा कि अगर जीत गया तो क्या होगा अभी जहां पहुंचा हूं यहां से और ऊपर चला जाऊंगा और ज्यादा पॉपुलर हो जाऊंगा।
दुनिया मुझे जानने लगेगी शो शुरू हुआ 8:1 मिनट का चैलेंज आया और इस बंदे ने कमाल कर दिखाया सबसे ज्यादा वर्ड्स एक मिनट में बोल के दिखा दिए उसके बाद इसे खुद पर यकीन हुआ कि जीत गया तो क्या होगा यही सोचना जरूरी है यह छोटी सी कहानी हम सबको बहुत बड़ी बात बताती है।
जिंदगी में बदलनी है तो अपनी सोच बदलिए कई बार हम यही सोचते रह जाते हैं कि हार गया तो क्या होगा और वह जो सोच रहे होते हैं धीरे-धीरे धीरे धीरे हम पर इतना हावी हो जाता है कि हमारे आसपास वही होने लगता है जो नेगेटिव हम सोच रहे थे लाइफ में पॉजिटिव सोचना शुरू कीजिए।
Motivational quotes in hindi | Hindi krishana speech
जीत गया तो क्या होगा जब यह फीलिंग आपके अंदर आएगी तो ऐसी कोई मंजिल नहीं जो आप पा नहीं सकते हम बस यही कहेंगे कर दिखाओ कुछ ऐसा कि दुनिया करना चाहे आप आपके जैसा ज्ञान ही सर्वश्रेष्ठ है।
क्योंकि जिन लोगों के पास ज्ञान नहीं है उनकी इच्छाएं अधूरी रह जाती हैं और दुख कभी खत्म नहीं होते हैं जीवन में समस्याओं का आना जाना लगा रहता है और इनसे निपटने के लिए जरूरी है ज्ञान ज्ञान की मदद से बड़ी-बड़ी समस्याओं को दूर किया जा सकता है इंसानों के लिए ज्ञान ही सर्वश्रेष्ठ है।
क्योंकि जिन लोगों के पास ज्ञान नहीं है उनकी सभी इच्छाएं अधूरी रह जाती हैं और उनके दुख कभी खत्म नहीं होते हैं इसलिए ज्ञान बढ़ाने की कोशिश करते रहना चाहिए सिर्फ एक बार किसी वस्तु के बारे में ज्ञान हासिल कर लेने का मतलब यह नहीं है कि व्यक्ति को उससे संबंधित पूर्णता जानकारी प्राप्त हो गई है।
बल्कि ज्ञान को समय-समय पर सुधारने और बढ़ाने की जरूरत होती है नहीं तो समय के साथ-साथ ज्ञान भी गायब हो जाता है इसलिए हमेशा अपने ज्ञान को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए एवं इसका अभ्यास करते रहना चाहिए सिर्फ ज्ञान ही एक ऐसा तत्व है।
जो कहीं भी किसी अवस्था और किसी भी समय में भी इंसान का कभी साथ नहीं छोड़ता ज्ञान अगर इंसान के दिमाग में रहे तो वह बोझ बनता है और जब व्यवहार में आ जाए तो आचरण बनता है ज्ञान दुनिया सबसे बड़ी शक्ति है बिना ज्ञान के व्यक्ति अपने जीवन में कभी भी सफलता हासिल नहीं कर सकता है।
इसलिए हर व्यक्ति के पास ज्ञान होना जरूरी है बिना ज्ञान के व्यक्ति का जीवन निरर्थक है जरूर नहीं है दुनिया में सभी को एक ही तरह का ज्ञान प्राप्त हो दुनिया में हर किसी को अलग-अलग तरह से अलग-अलग विषयों में ज्ञान प्राप्त होता है दुनिया में कुछ लोग ऐसे भी होते हैं।
जो कि किसी भी विषय में थोड़ा सा ही ज्ञान प्राप्त होने पर यह समझने लगते हैं कि वे दुनिया के सबसे अधिक ज्ञानी व्यक्ति हैं और फिर अपने तुच्छ ज्ञान के बल पर सामने वाले को नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं जबकि वे यह नहीं जानते हैं।
ज्ञानी व्यक्ति वह नहीं कहलाता है जो कि काफी बातें जानता है बल्कि वास्तव में ज्ञानी उन्हें माना जाता है जो कि कम मगर काम की बातें जानता है जाहिर है कि ज्ञान के बदौलत ही हम सभ्य समाज का निर्माण करते हैं।
एवं सफल इंसान बनते हैं ज्ञान के द्वारा ही इंसान जो चाहे वह हासिल कर सकता है ज्ञान मनुष्य के अंदर एक शक्ति पैदा करता है जिससे लोगों को अपनी मंजिल तक पहुंचने में मदद मिलती है वहीं सही समय पर सही दिशा में प्राप्त किया गया ज्ञान ही मनुष्य को जीवन में ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है।
ज्ञान एक विलक्षण शक्ति है जो कि हमारे अंदर विनम्रता का भाव पैदा करता है एवं सबसे अधिक बलशाली भी बनाता है वहीं ज्ञान को जितना अधिक हो सके बांटने की कोशिश करनी चाहिए और लगातार इसका अभ्यास करना चाहिए और क्योंकि ज्ञान बांटने से कभी कम नहीं होता बल्कि बढ़ता है।
वहीं ज्ञान ही मनुष्य को समाज में एक अलग पहचान दिलवा है एवं दूसरे व्यक्ति से अलग बनाता है हर व्यक्ति को ज्ञान प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना चाहिए क्योंकि यह मनुष्य के अंदर विलक्षण ऊर्जा पैदा करता है ज्ञान को हमेशा लगातार सुधारना ललकार देना और बढ़ाना होता है नहीं तो ज्ञान धीरे-धीरे यब हो जाता है।
दुनिया भर का ज्ञान प्राप्त करने से पंडित तो बना जा सकता है लेकिन ज्ञानी बनने के लिए अनुभूति जरूरी है व्यक्ति को सुखी और समृद्ध जीवन जीने के लिए ज्ञान की आवश्यकता होती है ज्ञान की शक्ति हर प्रकार के शक्तियों से उत्तम है।
ज्ञान ऐसा धन है जो बांटने से बढ़ता है इसे कोई छीन नहीं सकता है इसे सिर्फ विनम्रता और मेहनत से ही प्राप्त किया जा सकता है सत्य रूप में देखा जाए तो ज्ञान दो प्रकार से दिया जाता है पहला श्रद्धा वश और दूसरा [संगीत] दयावंत व्य से विमुख होना अस्वस्थ मानसिकता का द्योतक है।
लोभ को केवल एक ही शास्त्र से काटा जा सकता है और वह है ज्ञान ज्ञान के अतिरिक्त इस मोग की अन्य औषधि नहीं है जीवन में परिश्रम करके ही ज्ञान की प्राप्ति की जा सकती है अल्प ज्ञान खतरनाक होता है अज्ञान के समान कोई दूसरा बैरी नहीं गाली के उत्तर में मूर्ख गाली दे बैठते हैं ज्ञानी मौन से जवाब देते हैं ज्ञान तीन प्रकार से मिल सकता है।
मनन से जो सबसे श्रेष्ठ होता है अनुसरण से जो सबसे सरल होता है और अनुभव से जो सबसे कड़वा होता है दुनिया भर का ज्ञान प्राप्त करने से पंडित तो बना जा सकता है लेकिन ज्ञानी बनने के लिए अनुभूति जरूरी है यदि आप जिद्दी नहीं है तो आप जल्द ही प्रयोग करना छोड़ देंगे और यदि आप लचीले नहीं है तो आप अपना सिर दीवार से सटा देंगे और आप जिस समस्या को हल करने का प्रयास कर रहे हैं।
उसका कोई दूसरा समाधान आपको दिखाई नहीं देगा अपने भविष्य की भविष्यवाणी करने का सबसे अच्छा तरीका इसे बनाना है आपको महान चीजें करने से पहले महान चीजों की उम्मीद करनी चाहिए पहचान एक जेल है जिससे आप कभी नहीं बच सकते हैं लेकिन अपने अतीत को छुड़ाने का तरीका इससे भागना नहीं है बल्कि इसे समझने की कोशिश करना है और इसे आगे बढ़ने के लिए के रूप में उपयोग करना है।
जैसे-जैसे आप बड़े होते जाएंगे आप पाएंगे कि आपके पास दो हाथ हैं एक खुद की मदद करने के लिए दूसरा दूसरों की मदद करने के लिए कभी-कभी आप खुद को तब तक स्पष्ट रूप से नहीं देख सकते जब तक आप खुद को दूसरों की आंखों से नहीं देखते कभी-कभी आप खुद को तब तक स्पष्ट रूप से नहीं देख सकते जब तक आप खुद को दूसरों की आंखों से नहीं देखते।
यह लंबे समय से मेरे ध्यान में आया था कि सिद्धि के लोग लोग शायद ही कभी वापस बैठते हैं और चीजों को उनके साथ होने देते हैं वे बाहर गए और चीजों के साथ हुआ आपको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए मानवता एक सागर है।
अगर समुद्र की कुछ बूंदे गंदी हो जाएं तो सागर गंदा नहीं होता अतीत में मत रहो भविष्य के सपने मत देखो मन को वर्तमान क्षण पर केंद्रित करो यदि आप जीवन से प्यार करते हैं तो समय बर्बाद ना करें क्योंकि जी ही समय से बना है।
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