Swami Vivekananda Bani | Swami Ji की 10 Quotes In Hindi

 Swami Vivekananda Bani | Swami Ji की 10 Quotes In Hindi .

नमस्कार दोस्तों आज हम आप के लिए लेकर आय है Swami Vivekananda Bani जिसमें आपको अपने जीवन में बहुत कुछ सीखने को मिलेगा तो आपको मेरा सलाम ।

Swami Ji की 10 Quotes In Hindi

सबसे पहले आत्मविश्वास स्वामी जी कहते हैं कि इस दुनिया का इतिहास उन खास लोगों का इतिहास है जिन्होंने खुद पर विश्वास किया यह आत्मविश्वास ही है जो अंदर सोती हुई अनंत असीम शक्तियों को जागृत करता है इस शक्ति को जागृत ना करने के कारण ही इंसान असफल होता है।

 हर शक्ति का स्त्रोत परमात्मा ही है जिसे विश्वास से जगाया जाता है जैसे ही कोई देश या इंसान अपने भीतर शक्ति पर विश्वास खो देता है खुद पर विश्वास खो देता है तो गुलामी और कमजोरी ही प्रकट होती है इसलिए परमात्मा से पहले खुद पर विश्वास करो दूसरी बात फर्स्ट बिलीव देयर इज मीनिंग स्वामी जी कहते हैं।

 सबसे पहले विश्वास करो कि संसार इसके भुलावे और इसकी कठिनाइयों के पीछे एक मकसद है मकसद कि तुम खुद को जान लो इसलिए पीछे मत देखो अनंत ऊर्जा अनंत उत्साह और अनंत धैर्य के साथ आगे बढ़ो तीसरी बात फिल द ब्रेन विथ हाईएस्ट आइडियल स्वामी जी कहते हैं।


 आगे बढ़ते रहने के लिए हर दिन अपने मन को उच्च विचारों से भरो उच्च लक्ष्य से भरो सुबह शाम दिन रात यह तुम्हारी आंखों के सामने छपे होने चाहिए इन विचारों के द्वारा महान प्रयत्न और महान कर्म अपने आप स्वतः ही प्रकट होते हैं अगली बात ग्रेट वर्क रिक्वायर्स ग्रेट एफर्ट्स स्वामी जी कहते हैं।


 क्या कुछ महान आसानी से उपलब्ध होता है यही सृष्टि का नियम है कि महान लक्ष्य को पूरा करने के लिए धैर्य पुरुषार्थ और महान प्रयत्न को प्रकट होना ही पड़ता है गलती का शोक मत करो तुरंत दोबारा आरंभ करो हजारों गलतियों ठोकर के बाद भी चलते रहने से ही चरित बनता है अगली बात स्टैंड इन द स्वल ऑफ मैडस एंड टेक एक्शन स्वामी जी कहते हैं कि क्या किसी ने सोकर महानता पाई है।


 क्या किसी ने द्वीप पर अकेले बैठे-बैठे महानता पाई है नहीं तुम इस संसार के कोलाहल और माया के चक्रव्यू के बीचोबीच अधिक खड़े रहो और यहीं से एक्शन लेते हुए सोर्स में पहुंचो फिर तुम्हें कोई नहीं हिला पाएगा यही सच्चा कर्मयोग है अगली बात स्वामी जी कहते हैं लेट द मैन बी सेल्फिश फॉर सम टाइम स्वामी जी कहते हैं कि अगर तुम पैसा और प्रसिद्धि पाना चाहते हो।

 स्वार्थ के लिए सफल होना चाहते हो तो भी मैं तुम्हें रोकूंगा नहीं लेकिन हमेशा अपना उद्देश्य बड़े से बड़ा करते रहो इसे पूरा करने के लिए हमेशा दण निश्चय से प्रयास करो स्वामी जी कहते हैं टू वर्क वी हैव द राइट हमेशा इस बात को ध्यान रखो सिर्फ कर्म पर तुम्हारा अधिकार है।

 फल पर नहीं जैसे जैसे तुम अपने मन को जानोगे वैसे-वैसे तुम्हें ज्ञात होगा कि कर्म ही फल है क्योंकि जैसे तुम कर्म करते हो वैसे इंसान तुम तत्काल बन जाते हो पूरी शक्ति से कर्म करने पर पूरे ध्यान से अभ्यास करने पर ही तुम्हें तत्काल फल मिल जाता है अगली बात साइन ऑफ लाइफ इ स्ट्रेंथ एक बार किसी ने स्वामी विवेकानंद जी से कहा मुझे भूत और प्रेत बाधा से डर लगता है।


 स्वामी जी ने कहा अरे तुम जीवित भूत हो मजबूत बनो ताकतवर बनो और आगे बढ़ो क्योंकि विकास और शक्ति ही जीवन के चिन्ह है जो बढ़ता है वही जीवित है हमेशा याद रखो कि कमजोरी मृत्यु है इसलिए जो भी विचार और आदत थोड़ी सी भी कमजोरी पैदा करते हैं उनसे जहर के समान बचो क्योंकि ?

 कमजोरी ही मृत्य है स्वामी जी कहते हैं कि शक्ति विकसित करने के लिए पाताल जाने को भी तैयार रहो क्योंकि वीरों के लिए ही मुक्ति होती है वीर के अलावा कोई भी महानता का हकदार नहीं है नन बट द ब्रेव डिजर्व्स ग्रेटनेस अगली बात स्वामी जी कहते हैं बी डिटरमाइंड नॉट टू कर्स एनीथिंग स्वामी जी कहते हैं दृढ़ संकल्प करो।

 कि मैं कभी किसी व्यक्ति को दोष नहीं दूंगा द संकल्प करो कि मैं अपने से अलग किसी शक्ति या किस्मत को दोष नहीं दूंगा दृढ़ संकल्प करो हर घटना की जिम्मेदारी खुद लूंगा ऐसा करने से तुम जानोगे कि हर घटना जो तुम्हें प्रकट होती है उसे संभालने में तुम सक्षम हो अगली बात स्वामी जी नौजवानों को याद दिलाते हैं।


 यू हैव द पावर टू अचीव व्हाट एवर यू वांट स्वामी जी नौजवानों से कहते हैं इस बात पर यकीन करो कि जो भी तुम बनना चाहते हो वो बन सकते हो क्योंकि तुम्हारा स्वरूप ही शक्ति है और आज जो भी तुम हो जिस परिस्थिति में हो वो सब तुम्हारी जिम्मेदारी है बिना विश्वास के शक्ति प्रकट नहीं होती बिना जिम्मेदारी के भविष्य नहीं बनता केवल कमजोर ही उत्तर दायित्व से भागता है।

Swami Vivekananda Bani 

 इसलिए भविष्य बनाने के लिए सतत प्रयासरत रहो अभी निसंकोच होकर प्रयास करना सीखो इसके बिना कुछ संभव नहीं होगा अगली बात स्वामी जी नौजवानों से कहते हैं मेक योर माइंड पीसफुल स्वामी जी कहते हैं जो दुख में है उनके लिए दया महसूस करो जो कमजोर हैं।

 संघर्ष करते हैं उनके लिए हृदय में सहानुभूति महसूस करो जो खुश है उनके साथ खुशी महसूस करो जो धूर्त और दुष्ट है उनसे दूर रहो अपने मन में अनजान के लिए और अपने आसपास सबके लिए सद्भावना और दोस्ती का भाव रखो तभी इस मन को सुकून मिलेगा और मन ध्यान में शांत हो पाएगा।


 दोस्तों स्वामी जी के कोट सुनकर आपको एक प्रेरणा महसूस हो रही होगी अब हम इन्हीं कोट्स के आधार पर अरमेचर्स कर पाए इसलिए एक जगह शांति से बैठ जाइए अच्छा लगे तो आंख बंद कर लीजिए गिनती के साथ पली सांस लीजिए सांस अंदर एक बाहर दो अंदर तीन बाहर चार सीने पर या हृदय चक्र पर हाथ रखकर महसूस कीजिए कि आप यहीं से सांस ले रहे हैं और सारे सांस अंदर तीन बाहर चार अंदर पाच बाहर छह शक्ति के लिए अरमन मैं बहुत आनंदित और आभारी हूं।

 कि मैं आत्मविश्वास से भरा हूं मैं शांत मन से असीमित शक्ति को अपने हृदय में महसूस कर रहा हूं मैं आनंदित और आभारी हूं कि मन और शरीर इसी शक्ति में इसी शांति में स्पंदन कर रही है जिस कारण मेरे मन का हर विचार उत्साह और ऊर्जा से भरा है 

शरीर का हर सेल इसी शक्ति और ऊर्जा में डूबा हुआ है इस ऊर्जा के प्रकाश में सारी बाधा अपने आप घुलती जा रही है जिस कारण जीवन के हर क्षेत्र में सतत विकास हो रहा है मैं बहुत आनंदित और आभारी हूं मैं अतीत से आजाद हूं मैं हर दिन हर तरह से बेहतर और बेहतर होता जा रहा हूं मैं बहुत आनंदित और आभारी मैं अनंत धैर्य से भरा हुआ हूं।


 मैं सतत प्रयत्न श हर्ट होकर मुझे सतर्क बनाती है प्रेजेंट में जीना सिखाती है जिस कारण हर गलती सीख में बदल रही है मैं बहुत आनंदित और आभारी कि मैं लगातार ऊंचे से ऊंचे लक्ष्य की ओर बढ़ता जा रहा हूं मेरे कर्मों से चींटी से लेकर पहाड़ तक सब जीवों की सेवा हो रही है और इन सबके आशीर्वाद से सुब इच्छा से मैं अपने आप ही महान प्रयत्न करता जा रहा हूं।

 मेरे सारे कर्तव्य अपने आप पूरे होते जा रहे हैं मैं बहुत आनंदित और आभारी हूं कि संसार के कोलाहल और डिस्ट्रक्शन के मध्य में खड़ा हूं फिर भी अडिग अविचल अछूता शांति में डूबा हुआ हूं मैं सदैव अपने कर्म में तल्लीन हूं मैं आनंदित हूं आभारी हूं मेरे आसपास सभी लोगों के मन में परस्पर प्रेम है।


 हम सबके मन ऊर्जा और शांति से भरते जा रहे हैं मेरे मन में सबके लिए सद्भावना है जिस कारण मैं शांत मन से हमेशा शक्ति के सोर्स से जुड़ा हुआ हूं दोस्तों अभी आप जो महसूस कर रहे हो यह आपके विचारों की ही उर्द कामी शक्ति है जो आपने इस वीडियो को कुछ देर सुनकर स्वयं ही जागृत की है।


 इसलिए हमेशा उच्च विचारों को बार-बार सुनिए इनके बारे में बार-बार सोचिए और इस ऊर्जा को तत्काल सकारात्मक कर्म यानी मैसिव इंटेंस एक्शन में बदलिए मैसिव एक्शन यानी लक्ष्य के प्रति तब तक फोकस्ड और इंटेंस और बेहिचक अनरीजनेबल एक्शन लेते जाना जब तक गल पूरा नाना हो जाए एवरेज शब्द आपके करियर को खा रहा है मैसिव एक्शन लेना सीखिए ।

इस कहानी को सेव कर लीजिए और समय मिलने पर देखिए क्योंकि आपके समय से कोई कहानी कोई ऐप कोई न्यूज कीमती नहीं है मैं काम के किस्से लाता रहूंगा हम जीतेंगे।

धन्यवाद .

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