SWAMI VIVEKANANDA MOTIVATIONAL QUOTES IN HINDI | स्वामी विवेकानंद की अमोल विचार

 SWAMI VIVEKANANDA MOTIVATIONAL QUOTES IN HINDI | स्वामी विवेकानंद की अमोल विचार .

दोस्तो आज हम जानेंगे swami Vivekananda Motivational Quotes In Hindi के बारे में जिसे जानने के बाद आपके अंदर एक अलग ही प्रकार की ऊर्जा का संचार होगा तो चलिए बिना देरी किय जानते हैं स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार को .

Swami Vivekananda Quotes In Hindi 


SWAMI VIVEKANANDA MOTIVATIONAL QUOTES IN HINDI  =


बल ही जीवन है और दुर्बलता ही मरण बल ही अनंत सुख है हमारे और शाश्वत जीवन और दुर्बलता ही मृत्यु तुम जो कुछ सोचो तुम वही हो जाओगे यदि तुम अपने को दुर्बल समझोगे तो तुम दुर्भर हो जाओगे।


 एक वीर्यवान सोचोगे तो वीर्यवान बन जाओगे कि यदि तुम अपने को अपवित्र सोचोगे तो तुम अपवित्र हो जाओगे अपने को शुद्ध सोचोगे तो शुद्ध हो जाओगे इससे हमको शिक्षा मिलती है कि हम अपने को कमजोर न समझें।

 प्रत्युत अपने को वीर्यवान सर्वशक्तिमान और सर्वज्ञ माने कमजोर ना तो यही जीवन के योग्य है ना किसी पर जीवन के दुर्बलता से मनुष्य भोलाराम बनता है दुर्बलता से ही सब प्रकार के शारीरिक और मानसिक दुख आते हैं हैं दुर्बलता ही मृत्यु है।

 लाखों करोड़ों कीटाणु हमारे आसपास है पर जब तक हम दूरबल नहीं होते जब तक शरीर उनके प्रति पूर्व प्रवृत्त नहीं होता तब तक वे हमें कोई हानि नहीं पहुंचा सकते हैं कि ऐसे करोड़ों दुख रूपी कीटाणु हमारे आसपास क्यों ना मंडराते रहे यहां पर कुछ चिंता ना करो।

 जब तक हमारा मन कमजोर नहीं होता तब तक उनकी हिम्मत नहीं कि वह हमारे पास फटकर उन्हें ताकत नहीं कि वह हम पर हमला करें यह एक बड़ा सत्य है कि बल ही जीवन है और दुर्बलता ही मरण के बल ही अनंत सुख है।

 अमर और शाश्वत जीवन है और दुर्बलता ही मृत्यु हो मैं अपने बल पर खड़े रहिए चाहे जीवित रहिए मर ग्य कि यदि जगत में कोई पाप है तो वह है दुर्बलता हैं दुर्बलता ही मृत्यु है दुर्बलता ही पाप है इसीलिए सब प्रकार से दुर्बलता का त्याग कीजिए।

 हमें निर्भय साहसी मनुष्य का ही प्रयोजन है हमें हॉर्न में थेरे और स्नायु में बल्कि आवश्यकता है लोहे के पुट्ठे और फौलाद के स्नायु चाहिए ना कि दुर्बलता लाने वाले वाहियात विचार इन सब को त्याग दो सब प्रकार के रहस्यों से बच्चों धर्म में कोई लुका छिपी नहीं है।

 हर बात को रहस्य में बनाना और कुसंस्कार यह सदा दुर्बलता के ही चिन्ह होते हैं जो भी तुमको शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक दृष्टि से दुर्बल बना लें उसे जहर की भांति त्याग दो शक्ति शक्ति ही वह वस्तु है जिसकी हमें जीवन में इतनी आवश्यकता है कि हम जिसे पाप या दुख मान बैठे हैं उसके मूल में हमारी दुर्बलता ही है।

 दुर्बलता अज्ञान का और अज्ञान दुख का चयन है यह कभी मत सोचना कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है ऐसा सोचना ही भयानक नास्तिकता है यदि आप नामक कोई वस्तु है तो वह यह कहना है कि मैं दुर्भर हो अथवा अन्य कोई दुर्बल है।

 मनुष्य को दूरबल ना सोचो उसे दुर्बल ना कहो समझ लो कि एक दुर्बलता शब्द से ही सब पापों और संपूर्ण अशुभ कर्मों का निर्देश हो जाता है मेरे सारे दोस्त पूर्ण कार्यो की मूल प्रेरक दुर्बलता ही हैं।

 दुर्बलता के कारण ही मनुष्य सभी स्वार्थों में प्रवृत्त होता है दुर्बलता के कारण ही मनुष्य दूसरों को कष्ट पहुंचाता है दुर्बलता के कारण ही मनुष्य अपना सच्चा स्वरूप प्रकाशित नहीं कर सकता है कि आखिर यह सब पाप दुख आदि क्या है।

 यह सब दुर्बलता के ही फल लोग बचपन से ही शिक्षा पाते हैं कि दुर्बल है पाप हैं कि इस प्रकार की शिक्षा से संसार दिन पर दिन दुर्बल होता जा रहा है उनको सिखाओ कि वह सब उसी अमृत की संतान है और तो और जिसके भीतर आत्मा का प्रकाश अत्यंत क्षीण है।

 उससे भी ही शिक्षकों बचपन से ही उनके मस्तिष्क में इस प्रकार के विचार प्रविष्ट हो जाएं जिससे उनकी यथार्थ सहायता हो सके जो उनको सबल बना दें जिनसे उनका कुछ यथार्थ हित हो दुर्बलता और अवसाद कारक विचार उनके मस्तिष्क में प्रवेश ही ना करें।

 तुम्हारी और मेरी नसों में एक ही रक्त का प्रवाह हो रहा है तुम्हारा जीवन मरण मेरा भी जीवन-मरण है कि मैं तुमसे पूर्वोक्त कारणों से कहता हूं कि हम कुछ शक्ति केवल शक्ति ही चाहिए और उपनिषत् शक्ति की विशाल खान है उपनिषदों में ऐसी प्रचूर शक्ति विद्यमान है कि समस्त संसार को तेजस्वी बना सकते हैं उनके द्वारा समस्त संसार पुरुष जीवित सशक्त और वीर्य संपन्न हो सकता।

 निराश मत हो मार्ग बड़ा कठिन है छुरे की धार पर चलने के समान दुर्गा फिर भी निराश मत हो उठो जागो और अपने चरम आदर्श को प्राप्त करो।

 दुनिया को बस मुझे इतना ही बताना है बलवान बनो कि तुम प्रेरितों और शैतानों की बातें करते हो हम लोग जीवित शैतान शक्ति और विकास जीवन के लक्षण की मृत्यु का लक्षण है लुभाता जो भी दुर्बल है उससे दूर हो अगर यह शक्ति है नरक में उतर जाओ और उसे पकड़ लो ।

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